ये सभी कार्य अब होंगे
अब इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के एजेंसी के निर्धारण के लिए वर्कआर्डर जारी हो चुके हैं। एनएच के प्रोजेक्ट के तहत जालोर के प्रोजेक्ट के साथ आसोतरा ब्रह्मधाम, मोकलसर, सिवाना, काठाड़ी में क्रॉसिंग-24 आरओबी के लिए रिएलाइनमेंट, बिशनगढ़ में क्रॉसिंग-32 पर आरओबी के लिए अलाइनमेंट, जालोर में सी-44 पर आरओबी और बाइपास का काम, दुजाना पाली मेें बाइपास में बनेगा और आहोर में नेशनल हाइवे पोर्शन का डवलप किया जाएगा।
अब इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के एजेंसी के निर्धारण के लिए वर्कआर्डर जारी हो चुके हैं। एनएच के प्रोजेक्ट के तहत जालोर के प्रोजेक्ट के साथ आसोतरा ब्रह्मधाम, मोकलसर, सिवाना, काठाड़ी में क्रॉसिंग-24 आरओबी के लिए रिएलाइनमेंट, बिशनगढ़ में क्रॉसिंग-32 पर आरओबी के लिए अलाइनमेंट, जालोर में सी-44 पर आरओबी और बाइपास का काम, दुजाना पाली मेें बाइपास में बनेगा और आहोर में नेशनल हाइवे पोर्शन का डवलप किया जाएगा।
इस तरह से होगा काम
जिस हिस्से में बाइपास का निर्माण होना है, उस हिस्से की मार्किंग का कार्य किया जा रहा है। उसी हिस्से में आने वाले बिजली के खंभे, बाइप लाइन, झाडिय़ों को हटाने की प्रक्रिया चलेगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रस्तावित तय हिस्से में बाइपास निर्माण का कार्य शुरु हो पाएगा।
जिस हिस्से में बाइपास का निर्माण होना है, उस हिस्से की मार्किंग का कार्य किया जा रहा है। उसी हिस्से में आने वाले बिजली के खंभे, बाइप लाइन, झाडिय़ों को हटाने की प्रक्रिया चलेगी। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रस्तावित तय हिस्से में बाइपास निर्माण का कार्य शुरु हो पाएगा।
इधर, शहरी बाइपास का काम प्रगति पर
जालोर-लेटा मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज का काम शुरु होने वाला है। संभावित परेशानी से बचने के लिए पहले स्तर पर दो बाइपास शहरवासियों और शहर से गुजरने वाले भारी वाहनों के लिए भी बनाए जा रहे हैं। जिसमें से लेटा जीएसएस से लेकर गोल निंबड़ी तक सडक़ निर्माण का कार्य अभी प्रगति पर है। यह हिस्सा करीब 6 किमी लंबा रहेगा। दूसरी तरफ एक अन्य बाइपास शहर से गुजरने वाले छोटे वाहन चालकों के लिए बनाया जा रहा है। पूर्व में तय मार्ग के लिए जमीन को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई थी। अब छोटे वाहन चालकों के लिए बाइपास रतनपुरा रोड से होते हुए सर्किट हाउस के पास बनाया जाएगा। चूंकि इस हिस्से में कुछ पोर्शन में सडक़ बनी हुई है। इसलिए ज्यादा दिक्कत नहीं होगी और छोटे वाहन चालक, कार, बाइक आसानी से इधर से होते हुए लेटा की तरफ गुजर सकेंगे और शहर के भीतर प्रवेश भी कर सकेंगे।
जालोर-लेटा मार्ग पर रेलवे ओवरब्रिज का काम शुरु होने वाला है। संभावित परेशानी से बचने के लिए पहले स्तर पर दो बाइपास शहरवासियों और शहर से गुजरने वाले भारी वाहनों के लिए भी बनाए जा रहे हैं। जिसमें से लेटा जीएसएस से लेकर गोल निंबड़ी तक सडक़ निर्माण का कार्य अभी प्रगति पर है। यह हिस्सा करीब 6 किमी लंबा रहेगा। दूसरी तरफ एक अन्य बाइपास शहर से गुजरने वाले छोटे वाहन चालकों के लिए बनाया जा रहा है। पूर्व में तय मार्ग के लिए जमीन को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई थी। अब छोटे वाहन चालकों के लिए बाइपास रतनपुरा रोड से होते हुए सर्किट हाउस के पास बनाया जाएगा। चूंकि इस हिस्से में कुछ पोर्शन में सडक़ बनी हुई है। इसलिए ज्यादा दिक्कत नहीं होगी और छोटे वाहन चालक, कार, बाइक आसानी से इधर से होते हुए लेटा की तरफ गुजर सकेंगे और शहर के भीतर प्रवेश भी कर सकेंगे।
ताकि भविष्य में दिक्कत न हो
बागरा रेलवे ब्रिज निर्माण के दौरान बाइपास रोड का निर्माण पूर्व में नहीं किया गया। नतीजा यह रहा कि वाहन चालकों को खासी दिक्कत दो साल तक उठानी पड़ी। वहीं वाहन चालक अनेक मौके पर ब्रिज के हिस्से तक पहुंचे और निर्माण क्षेत्र में तनाव की स्थिति भी बनी। इस संभावित परेशानी से बचने के लिए इस बार प्रोजेक्ट में विभाग और एजेंसी की ओर से एहतियात बरती जा रही है। सिटी में रतनपुरा मार्ग होते हुए सर्किट हाउस क्षेत्र तक छोटा बाइपास भी एनएच के मार्फत बन रहा है, हालांकि इस बाइपास से केवल छोट वाहन ही गुजर पाएंगे, क्योंकि इस मार्ग पर रेलवे अंडर ब्रिज की ऊंचाई कम है।
बागरा रेलवे ब्रिज निर्माण के दौरान बाइपास रोड का निर्माण पूर्व में नहीं किया गया। नतीजा यह रहा कि वाहन चालकों को खासी दिक्कत दो साल तक उठानी पड़ी। वहीं वाहन चालक अनेक मौके पर ब्रिज के हिस्से तक पहुंचे और निर्माण क्षेत्र में तनाव की स्थिति भी बनी। इस संभावित परेशानी से बचने के लिए इस बार प्रोजेक्ट में विभाग और एजेंसी की ओर से एहतियात बरती जा रही है। सिटी में रतनपुरा मार्ग होते हुए सर्किट हाउस क्षेत्र तक छोटा बाइपास भी एनएच के मार्फत बन रहा है, हालांकि इस बाइपास से केवल छोट वाहन ही गुजर पाएंगे, क्योंकि इस मार्ग पर रेलवे अंडर ब्रिज की ऊंचाई कम है।