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कोरोना की रोकथाम को लेकर निजी चिकित्सकों को दिया प्रशिक्षण

locationजालोरPublished: Mar 20, 2020 10:37:13 am

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Training for prevention of corona

Training for prevention of corona

जालोर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर सांचौर सीएचसी में निजी चिकित्सकों व निजी चिकित्सालयों के प्रतिनिधियों को डिप्टी सीएमएचओ डॉ. एसके चौहान की अध्यक्षता में प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान चौहान ने निजी चिकित्सकों को कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सहयोग देने का आह्वान करते हुए निजी चिकित्सालय में कार्यशील आइसोलेशन वार्ड व बेड बनाने पर जोर दिया। ताकि आवश्यकता होने पर उसका उपयोग किया जा सके। निजी चिकित्सालय में सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ जैसी शिकायत वाले रोगियों की स्क्रीनिंग करने व कोरोना वायरस की जानकारी देते हुए जन जागरूकता को लेकर प्रेरित किया। साथ ही ऐसे व्यक्ति जो गत 15 दिनोंं में विदेश यात्रा करके लौटा है तो निर्धारित प्रपत्र में उसकी सूचना प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग को भिजवाने को कहा। निजी चिकित्सालय परिसर को स्वच्छ रखने, सोडियम हायपोक्लोराइड से छिड़काव करने व निजी चिकित्सालय परिसर में 50 से अधिक व्यक्ति एक साथ एकत्रित ना हो ऐसी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश सुथार ने कोरोना की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस एक वायरस जनित संक्रामक रोग है। वर्तमान में विशेषकर चीन, हांगकोंग, जापान, इटली, ईरान, सिंगापुर व मलेशिया देशों से प्रसारित हो रहा है। इसके संक्रमण के फैलने की दर अधिक है और इसके संक्रमण से मुत्युदर कम है। इसकी रोकथाम के लिए निजी चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड या बेड की व्यवस्था करने के साथ आईसोलेशन वार्ड में ईसीजी मशीन, ऑक्सीजन सप्लाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। वहीं निजी चिकित्सालय में संक्रमण नियंत्रण समिति का गठन करने के निर्देश दिए। जिसमें एक नोडल चिकित्सक को नियुक्त करने को कहा। उन्होंने कहा कि यह देखा जा रहा है कि निजी चिकित्सालय में सामान्य सर्दी, खांसी व बुखार के मरीजों को संभावित कोरोना मरीज मानकर सरकारी चिकित्सालय में रेफर किया जा रहा है। जिससे सरकारी चिकित्सालय में मरीजों की संख्या बढ़ रही है और रोगी के परिजनों में भय की स्थिति बन जाती है। सामान्य सर्दी, खांसी व बुखार वाले रोगी अगर उपचार के लिए निजी चिकित्सालय आते हैं तो उनका उपचार वहीं संबधित चिकित्सालय में करें। इस मौके डॉ. सुरेश सागर, डॉ. मानाराम विश्नोई, डॉ. केके चौधरी, डॉ मानसिंगाराम चौधरी, निंबाराम, डॉ. सुमेर सिंह, जिला पीसीपीएनडीसी समन्वयक शंकर सुथार, दिनेश पुरोहित, डॉ. चेलाराम व डॉ. सउराम विश्नोई सहित निजी चिकित्सालय के प्रतिनिधि मौजूद थे।

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