जानकारी के अनुसार दोनों बच्चे खेलने के लिए घर से निकले थे। संभावना जताई जा रही है कि गर्मी का मौसम होने से नहाने के लिए एक भाई नाडी में उतरा। इस दौरान वह डूबने लगा तो दूसरा भी बचाव को तालाब में उतर गया। इस मशक्कत के दोनों पानी की गहराई में ही फंस गए और बचाव की मशक्कत के बीच पानी में डूब गए। चूंकि यह नाडी गांव की आबादी से थोड़ी दूरी पर है तो वहां लोगों की आवाजाही कम है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को इस घटनाक्रम का आभास तक नहीं हो पाया।
खोजबीन हुई तो नाडी के बाहर मिले चप्पल
पुलिस के अनुसार परिजनों द्वारा अनहोनी की सूचना के बाद ग्रामीणों की सहायता से बच्चों की सवेरे खोजबीन शुरु की गई। इस दौरान गांव की नाडी के पास पहुंचने पर किनारे पर चप्पल नजर आए। इन हालातों में नाडी में बच्चों के डूबने की आशंका पर रेस्क्यू चलाया गया और सहयोग से शवों को बाहर निकाला गया। जिसके बाद आहोर मोर्चरी में पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सुपुर्द किया गया।
शव बयां कर रहा दर्द
दोनों मासूमों के शव एक साथ (गले मिले हुए) मिले हैं। बताया जा रहा है कि छोटा भाई जब डूबने लगा तो बड़ा पानी में उतर गया और उसे पकडकऱ निकालने की मशक्कत की, इस बीच दोनों फंस गए और डूब गए। जब शवों को बाहर निकाला गया तो दोनों गले लगे हुए थे।
बारिश हुई तो पानी आया और ले ली जान
ग्रामीण प्रकाश गर्ग ने बताया कि कुछ दिन पूर्व तक यह तालाब सूखा पड़ा था, लेकिन दो दिन पूर्व ही अच्छी बारिश के बाद अचानक से पानी की आवक हो गई। इस पानी के भराव के बीच दोनों मासूम नहाने के लिए गए, जो उनकी मौत का कारण बना।