सियाणा. क्षेत्र में तूफानी बारिश ने फसलों में भारी खराबा कर दिया। बारिश फसल युक्त खेत ताल तलैया बने हुए हैं। कई खड़ी मूंग, बाजरा व अरण्डी की फसल तबाह हो गई है।किसानों ने बताया कि जब बारिश की आवश्यकता थी तो नहीं हुई, लेकिन अब बारिश होने से नुकसान हो गया। किसानों ने जैसा तैस कर खेत बोए। बूंदा बांदी व हल्की बारिश से खेत खिलखिला उठे थे फसले भी काफी हद तक अच्छी थी। जब फसल पक कर तैयार हुई और लेने के समय में ही बारिश मुंह का निवाला छीन गया। कृषि पर्यवेक्षक जबरसिंह ने बताया कि तेज हवा के साथ हुई बारिश से सियाणा, चांदना, भेटाला, मायलावास, मेडा निचला, मेडा ऊपरला, नबी, नागणी, डूडसी, दीगांव सहित कई गांवो में बारिश से नुकसान हुआ हैं। इसमें बाजरा, तिल, मूंग को ज्यादा नुकसान है। अरण्डी बड़ी है तो उसमें भी नुकसान हो सकता है। सर्वे में पुरी जानकारी मिल पाएगी। तेज बारिश से कई खेतों के मार्ग पेड़ गिरने से अवरुद्ध हो गए। तो कई मार्ग कीचड़ से भर गए। सियाणा में रात अंधेरे में बितानी पड़ी। बिजली नहीं होने से मच्छरों ने भी लोगों को खासा परेशान किया। सियाणा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. पल्लवी को ग्रामीणों ने मच्छरों को लेकर फॉगिंग करवाने की मांग की थी, लेकिन नहीं हो पाया। इससे लोगों में आक्रोश है। (rajasthan kisan rin mafi yojna)
नारणावास. क्षेत्र के नारणावास, नया नारणावास, धवला, नागणी व बागरा सहित आस पास के गांवों में मंगलवार शाम को तेज हवा के साथ वर्षा होने से फसलों को नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि मंगलवार को अंधड़ केसाथ तेज पानी बरसने से खतों में खड़ी फसल गिर गई है। खेतों में पानी भरने से मूंग, ग्वार, तिल आदि फसलों को नुकसान का अंदेशा है। उधर, कंटीली झाडिय़ां भी सड़क पर आ गई है, जिससे लोगों को आवागमन में मुश्किल हो रहा है।