बालटाल मार्ग पर यात्रा का ठहराव
बालटाल मार्ग पर यात्रा का ठहराव 8 जुलाई को आतंकवादी बुरहारान वानी की मौत की दूसरी बरसी पर कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति की आशंकाओं से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। बालटाल शिविर की ओर जाने वाली सड़क को केंद्रीय कश्मीर के कुछ तनावपूर्ण स्थानों से हो कर जाना पड़ता है। इससे पहले, अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने पारंपरिक 36 किलोमीटर पहलगाम मार्ग से तीर्थयात्रा शुरू की। इस साल की यात्रा खराब मौसम की स्थिति से बाधित रही।
इधर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था
इधर जम्मू कश्मीर के कई इलाकों में हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी बुरहान वानी की दुसरी बरसी को लेकर आतंकी घटनाओं का खतरा होने के चलते तनाव की स्थिति बनी हुई है। कोई भी इस मौके पर इक्टठा होकर किसी भी तरह की भडकाउ गतिविधि को अंजाम न दे दे इसलिए सुरक्षाबल पूरी तरह से चौकस है। बता दें कि रविवार को बुरहान वानी की दूसरी बरसी है। दो साल पहले उसकी मौत के बाद उसकी शव यात्रा में घाटी के युवाओं की भारी भीड़ देखने को मिली थी काफी दिनों तक तनाव भरा माहैल रहा था जिस पर बड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया । इस बार ऐसा कुछ भी न हो इसलिए सुरक्षा बल पूरी तरह से सजग है।