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पहला सुख निरोगी काया, पैगाम देने इंजीनियर आया

Jammu Kashmir: पहला सुख निरोगी काया है। सदियों से यह संदेश लोगों को दिया जा रहा है। बदलते परिवेश में लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता में कमी आई। बड़ी संख्या में लोग अनहेल्दी

जम्मूAug 06, 2019 / 06:20 pm

Nitin Bhal

पहला सुख निरोगी काया, पैगाम देने इंजीनियर आया

श्रीनगर . पहला सुख निरोगी काया है। सदियों से यह संदेश लोगों को दिया जा रहा है। बदलते परिवेश में लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता में कमी आई। बड़ी संख्या में लोग अनहेल्दी लाइफस्टाइल का शिकार हैं। ऐसे में घाटी में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का जिम्मा उठाया है एक ऐसे शख्स ने जो पेशे से तो इंजीनियर है, लेकिन लोगों को सेहत का पैगाम दे रहा है। हम बात कर रहे हैं सलमान बुखारी ( Salman Bukhari ) की। कश्मीर ( jammu kashmir ) में जहां युवा नशीले पदार्थों का शिकार हो रहे हैं, वहीं 30 साल के सलमान फिटनेस गुरु के रूप में लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित कर रहा हैं। क्रेरी बारामूला के रहने वाले सलमान सरकारी विभाग में इंजीनियर हैं, लेकिन ड्यूटी के बाद का वक्त वे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने में लगा रहे हैं।

गांव-गांव में फैला रहे जागरुकता

सलमान घाटी के गांव-गांव में जाकर युवाओं को स्वस्थ जीवन जीने के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वे युवाओं को नशीले पदार्थों से दूर रहने की सलाह देते हैं। सलमान गांव में लोगों को जिम खोलने के प्रति पे्ररित करते हैं। जहां कुछ दिनों तक वे नि:शुल्क प्रशिक्षण भी देते हैं। देश के प्रमुख जिम सेंटर में लगभग एक दशक तक प्रशिक्षण के बाद सलमान अपने दोस्तों के साथ श्रीनगर में एक जिम चला रहे हैं। जहां युवाओं को मामूली फीस पर फिटनेस के साथ स्वास्थ्य में सुधार के लिए सलाह दे रहे हैं। वह समर्पित रूप से जिम में अपने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करने के लिए रोजाना कम से कम आठ घंटे बिताते हैं। श्रीनगर से लगभग 30 किलोमीटर दूर अपने ऑफिस के लिए रवाना होने से पहले वह सुबह लगभग तीन घंटे और शाम को ऑफिस से आने के बाद 4-5 घंटे बिताते हैं।

छोटी उम्र में बॉडी बिल्डिंग का जुनून

An Engineer who inspires people to live fit and drug free life

सलमान बुखारी 2007 में फिटनेस और बॉडी-बिल्डिंग में लग गए। यह जल्द ही उनका जुनून बन गया। कुछ वर्षों के भीतर, उनकी कड़ी मेहनत और फ़ोकस के कारण उन्हें जम्मू में एक प्रमुख जिम में हेड-ट्रेनर के रूप में चुना गया। सलमान ने कहा कि जैसे-जैसे मैं ज्यादा फिट महसूस करने लगा, मैं जिमनास्टिक्स की और ज्यादा आकर्षित हुआ। मैं अब लगभग 10 वर्षों से लोगों को ट्रैन कर रहा हूं। जिम के लिए प्रशिक्षण शुरू करने से पहले, वह खेलों में भाग ले रहे थे। उन्होंने बताया कि मैं दुबला था और अपने एथलेटिक्स पर निर्भर था। मेरी उम्र के बच्चों की तुलना में मैं सबसे छोटा था। आकार और शक्ति की कमी ने मुझे फिट और स्वस्थ रहने के लिए जिम का चयन करने के लिए आकर्षित किया।

बने युवाओं के रोल मॉडल

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सलमान कश्मीर में प्रसिद्ध हो गए हैं। बड़ी संख्या में लोग उन्हें अपना रोल मॉडल मान रहे हैं। अक्सर लोग अपनी जीवन शैली के मुद्दों पर सोशल मीडिया पर उनसे सुझाव मांगते हैं। वे फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उपलब्ध हैं और लोगों को फिटनेस के लिए मुफ्त सलाह देते हैं।

बन रहा उड़ता कश्मीर

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बता दें जम्मू कश्मीर में बड़ी संख्या में युवा स्वाथ्स्य को छोड़ कर नशीली दवाओं का सेवन कर रहे हैं। पुलिस ने पिछले साल नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस) के तहत 927 मामले दर्ज किए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पिछले साल राज्य से 72.176 किलोग्राम कैनबिस, 835.1 किलोग्राम फुक्की, 909.2 किलोग्राम पोस्ता दाना, 18.942 किलोग्राम ब्राउन शुगर, 1.48 किलोग्राम हेरोइन और 0.024 किलोग्राम अफीम जब्त की है।

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