भैरव घाटी की यात्रा स्थगित…
इधर त्रिकुटा पर्वत पर बर्फबारी बंद हो गई है लेकिन माता वैष्णो देवी का भवन बर्फ की सफेद चादर से ढका हुआ है। यात्रा के बहुत ही महत्वपूर्ण पड़ाव भैरव घाटी मंदिर मार्ग पर डेढ़ फुट से अधिक बर्फ जमी हुई है। इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी इस मार्ग पर यात्रा बंद रखी। इस रस्ते पर पैसेंजर केबल कार भी नहीं चलाई गई। भवन में इस समय घना कोहरा छाया हुआ है, इसी वजह से कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा भी स्थगित है। श्राइन बोर्ड सीईओ रमेश कुमार ने कहा की मौसम में सुधार होते ही भैरव घाटी मार्ग को भी सुचारू कर दिया जाएगा। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वैष्णों देवी की यात्रा तब ही पूरी मानी जाती है जब श्रद्धालु भैरव नाथ के दर्शन नहीं कर लेते। लेकिन मौसम साफ होने के बाद ही इस मार्ग पर यात्रा शुरू की जाएगी। ऐसे में पौराणिक दृष्टि से श्रद्धालुओं की यात्रा पूरी नहीं हो पा रही है।
यथावत रहेगा मौसम…
श्रीनगर मौसम विज्ञान केंद्र ने मौसम के यथावत रहने की संभावना व्यक्त की है। श्रीनगर प्रशासन ने भारी हिमपात और ठंड बढ़ने के कारण शनिवार से कश्मीर यूनिवर्सिटी में शुरू होने वाली सभी परीक्षाओं काे अगले आदेश तक स्थगित करने का आदेश जारी कर दिया है।
कहां हुई कितनी बारिश…
वहीं मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले दो दिनों के दौरान कटड़ा में सबसे ज्यादा 143.3 एमएम बारिश दर्ज की गई। बनिहाल में 130.6 एमएम, बटोत में 125.4 एमएम, जम्मू में 109.2 एमएम, भद्रवाह में 101.0 एमएम बारिश दर्ज की गई। कश्मीर संभाग के पहलगाम क्षेत्र में सबसे ज्यादा 133.7 एमएम, काजीगुंड में 123.4 एमएम, श्रीनगर में 33.5 एमएम, कुपवाड़ा में 23.0 एमएम, कुकरनाग में 62.9 एमएम, गुलमर्ग में 35.9 एमएम बारिश दर्ज की गई। यही नहीं लेह का न्यूनतम तापमान -10.4 डिग्री सेल्सियस चल रहा है।