जम्मू-कश्मीर में सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने इस मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दिवंगत के साथ संपर्क में आए चार अन्य लोग भी कोरोना से पीड़ित हैं और इस समय उपचाराधीन हैं। उक्त वृद्ध कुछ दिन पूर्व दिल्ली में आयोजित एक मजहबी सम्मेलन में हिस्सा लेने गया था। इस सम्मेलन में मलेशिया, इंडोनेशिया, दुबई व अन्य कई मुल्कों से भी इस्लामिक विद्वान और प्रचारक आए थे। श्रीनगर लौटने से पूर्व यह आदमी जम्मू के निकट बड़ी ब्राह्मणा में भी एक मदरसे में रुका था। उक्त मदरसे से संबधित आठ लोगों को भी प्रशासन ने क्वारेंटाइन केंद्र में भर्ती कर लिया। हालांकि यह व्यक्ति 15 फरवरी को पहले भी अंडमान निकोबार गया था। उसके कुछ दिन बाद श्रीनगर लौटा था। इसके बाद वह पांच मार्च को श्रीनगर से दिल्ली गया। दिल्ली से उत्तरी प्रदेश और उत्तरप्रदेश से 16 मार्च को जम्मू पहुंचा था। वहीं वृद्ध का एक करीबी रिश्तेदार भी संक्रमित पाया गया है।
इधर कश्मीर में दो और बच्चे जिनकी उम्र सात और आठ साल के करीब बताई जा रही है, पाजिटीव पाए गए हैं। इसी के साथ घाटी में कोरोना संक्रमण ग्रस्त मरीजों की संख्या 10 पहुंच गई है। जबकि जम्मू में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तीन है। कुल मिलाकर जम्मू-कश्मीर में 14 मामले हो गए हैं। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार ये दोनों बच्चे विदेश यात्रा कर नहीं आए हैं बल्कि ये दोनों उस परिवार से संबंधित हैं जिनका एक व्यक्ति हाल ही में साऊदी अरब से नाटीपोरा अपने घर पहुंचा था। उसके संपर्क में आने से ये दोनों बच्चे भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए।