सोमवार को भी वकीलों ने जम्मू समेत कई जिलों में कामकाज ठप रखा। कई ऐसे मामले हैं, जिनकी तारीखें थीं, लेकिन वकील अदालतों में पहुंच नहीं रहे। दूसरी तरफ वकील मंगलवार को हड़ताल को लेकर नई रणनीति तय करेंगे। एक महिला ने बताया कि उसके पति के साथ केस चल रहा है। छह नवंबर को कोर्ट में सुनवाई थी, लेकिन वकील ने बताया कि कामकाज ठप है। उन्हें यह पता नहीं चल पा रहा कि अब मामले में अगली तारीख कब है। उधर, वकीलों की बुधवार को चीफ जस्टिस के साथ मुलाकात होने की संभावना है। हालांकि बार एसोसिएशन का कहना है कि वह अपने फैसले पर कायम हैं। जब तक अदालतों के पास दोबारा रजिस्ट्री की सुविधा नहीं आती। तब तक हड़ताल खत्म होने के आसार नहीं है।
उधर, सरकार भी कुछ करने के मूड में नजर नहीं आ रही। सरकार की तरफ से रजिस्ट्री वापस करने की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। उल्टा सरकार ने रजिस्ट्री को प्रभावी ढंग से लागू करने पर काम शुरू कर दिया है। कुछ दिनों में ही ई-स्टांप के जरिये रजिस्ट्री कराने की सुविधा भी दी जाने वाली है।