Video: पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्धारे पर पत्थरबाजी, सिखों को भगाने और शहर का नाम बदलने की धमकी
पुलिस की बड़ी उपलब्धि…
इन सभी की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है। आतंकियों के पास से एक एके 47 राइफल तथा तीन पिस्टल बरामद किए गए। गाड़ी से 1.47 लाख रुपए की बरामदगी की भी बात सामने आ रही है। पुलिस पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ कर रही है। डीएसपी रैंक के अधिकारी के पकड़े जाने के बाद आतंक की जड़ गहरी होने की बात सामने आ रही है। पुलिस सारी कड़ियों को जोड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।
कई मामलों में वांछित हैं आतंकी…
गिरफ्तार आतंकियों में हिजबुल का शोपियां जिला कमांडर सईद नवीद मुश्ताक तथा आसिफ डार शामिल हैं। नवीद हिजबुल का कमांडर और ए प्लस कैटेगरी का आतंकी है। शोपियां के नाजीपोरा निवासी नवीद दो मई, 2014 से संगठन में सक्रिय है। दूसरा आतंकी आसिफ भी शोपियां के बोनगाम का रहने वाला है। 12वीं पास आसिफ दो मार्च, 2019 से सक्रिय है और सी कैटेगरी का आतंकी है। आतंकी नवीद शोपियां इलाके में कई पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल रहा है। इसके साथ ही अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सेब की खरीद के लिए बाहरी राज्यों से पहुंचे ट्रक चालकों की शोपियां में हत्या की घटनाओं में भी शामिल था। शोपियां में वह डीएसपी आशिक टाक के वाहन पर हमले में भी शामिल था, जिसमें तीन पीएसओ और ड्राइवर की मौत हो गई थी। बटगुंड में तीन अन्य पीएसओ की हत्या में भी वह शामिल रहा था। इनके साथ ही त्राल निवासी डीएसपी देविंदर सिंह को भी पकड़ा गया है, जो श्रीनगर एयरपोर्ट पर एंटी हाइजैकिंग स्कवॉड में तैनात है।
इनकी कहानी भी है ‘छपाक’ जैसी, फिल्म देखने के बाद बयां किया अपना संघर्ष
यूं आए पकड़ में…
बताते हैं कि पुलिस इन सभी के पीछे पिछले दो-तीन दिनों से लगी हुई थी। तीनों कार से श्रीनगर से दोपहर बाद निकले। इनके पीछे पुलिस भी लगी हुई थी। अनंतनाग के वानपोह इलाके में गाड़ी रोक ली गई। गाड़ी में सवार सभी पगड़ी लगाए हुए थे ताकि किसी को शक न होने पाए। इनके चंडीगढ़ जाने की बात भी सामने आ रही है। आरोप है कि डीएसपी इन आतंकियों को घाटी से बाहर निकालने की फिराक में था।
नशा छुड़ाने के लिए काम आया आध्यात्मिक तरीका, गांव में अनूठी पहल
DSP को मिल चुका है राष्ट्रपति पुलिस पदक…
एयरपोर्ट पर तैनात डीएसपी देविंदर सिंह को गत 15 अगस्त को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिला था। आतंकवाद के खिलाफ सफल ऑपरेशन चलाने के लिए एसओजी में तैनाती के दौरान आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर इंस्पेक्टर से डीएसपी बनाया गया। बाद में फिरौती मांगने की शिकायत पर एसओजी से हटाने के साथ ही निलंबित किया गया था। लेकिन बाद में बहाल कर श्रीनगर पुलिस कंट्रोल रूप में तैनात कर दिया गया। यहां से पिछले साल श्रीनगर एयरपोर्ट पर तैनात किया गया।
प्रसव पीड़ा से तड़प उठी महिला, मसीहा बनकर आएं मजदूर, यूं की अस्पताल पहुंचने में मदद
संसद हमले में भी DSP नाम आया था सामने…
आपको बता दें कि साल 2001 में संसद पर हुए हमले में भी डीएसपी देविंदर सिंह का नाम उछला था। अफजल गुरु ने जेल से अपने वकील को लिखे पत्र में डीएसपी देविंदर सिंह का नाम लिया था। पत्र में लिखा गया कि बडगाम के हुमहामा में तैनात डीएसपी ने संसद के हमलावरों में शामिल मोहम्मद को उस पर दिल्ली ले जाने का दबाव बनाया था। उसे मोहम्मद के लिए किराए पर घर और कार खरीद कर देने को मजबूर किया गया। 9 फरवरी 2013 को अफजल को फांसी दिए जाने के बाद इस पत्र का खुलासा अफजल गुरु के घरवालों ने किया था।