पहले दिन तो लोगों में कुछ असमंजस की स्थिति अवश्य थी लेकिन शुक्रवार को बाजारों में ऐसा कुछ नहीं दिखा। काफी संख्या में महिलाएं और युवतियां बाजारों में खरीदारी करने निकलीं। बाजारों में खरीदारों की रौनक देख दुकानदार भी काफी उत्साहित रहे। पुराने जम्मू शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में लोग सबसे अधिक ईद की खरीदारी कर रहे हैं। तालाब खटिका व उस्ताद मुहल्ले समेत अन्य क्षेत्रों में दुकानें सजी थी और लोगों ने ईद के लिए कपड़ों व अन्य सामान की खरीदारी हो रही है।
पुराने शहर के ओल्ड हाॅस्पिटल रोड, राज तिलक रोड, पुरानी मंडी व लिंक रोड इलाके में भी खरीदारी ने जोर पकड़ा। इन बाजारों में सबसे अधिक दुकानें कपड़ों व जूतों की है, लिहाजा काफी संख्या में महिलाएं खरीदारी करती पाई गई। इस दौरान पुरानी मंडी में कई बार गाड़ियों के जाम की स्थिति भी बनी लेकिन कुल मिलाकर हालात नियंत्रित रहे और कहीं पर भी कोई भीड़ जैसी स्थिति पैदा नहीं हुई। दुकानदार भी सचेत दिखे और लोग भी। दुकानों के भीतर भी सीमित कर्मचारियों के साथ काम चलाया गया। कर्मचारी मास्क पहनकर काम करते दिखे। खरीदारी करने निकले लोग भी मास्क पहने दिखे। बाजारों में शारीरिक दूरी का पालन करवाने व हालात पर नजर रखने के लिए सुरक्षाकर्मी भी दिन भर बाजारों में गश्त करते दिखे।
शाम साढ़े चार बजे ही पुलिस की गाड़ियां बाजारों में घूमते और दुकानदारों से पांच बजे तक दुकानें बंद करने का आह्वान करती दिखी। जम्मू-कश्मीर में सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जा रहा है। ऐसे में बाजार को उम्मीद है कि अगले दो दिन तक अच्छी बिक्री होगी और दो महीने से जो बाजार बंद पड़े थे, वो एक बार फिर खरीदारों से गुलजार रहेंगे। गौरतलब है किे कोरोना वायरस के खतरे की दृष्टि से जम्मू शहर को नारंगी जोन में रखा गया है। यहां एहतियात के साथ दुकाने खोलने की अनुमति दी गई है।