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जम्मू-कश्मीर पंचायत चुनाव: सातवें चरण के मतदान संपन्न

locationजम्मूPublished: Dec 04, 2018 05:02:03 pm

कश्मीर में सबसे कम मतदान बडगाम में हुआ है जबकि सबसे अधिक कुपवाड़ा में…

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(जम्मू): जम्मू—कश्मीर में जारी पंचायत चुनाव के सातवें चरण मे पूंछ के मेंढर में मतदान के दौरान मारपीट की कुछ घटनाओ के अलावा बाकी स्थान पर चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। चुनाव के लिए आतंकवादियों की चेतावनी, अलगाववादियों के कश्मीर बंद के आह्वान के बीच भी कश्मीर संभाग में लोगों ने मतदान प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर भाग लिया। जम्मू व कश्मीर में 2714 मतदान केंद्रों पर मंगलवार को चुनाव सुबह आठ बजे से दो बजे तक हुआ। इसमें कश्मीर संभाग में 576 और जम्मू संभाग में 2138 केंद्र स्थापित किए गए थे।

 

रिकार्ड तोड़ रहा मतदान

पिछले छह चरणों की तरह जम्मू संभाग में चुनाव प्रतिशत रिकार्ड तोड़ रहा। चुनाव आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कश्मीर में जहां चुनाव प्रतिशत तीस प्रतिशत तक रहने की संभावना है वहीं जम्मू संभाग में मतदान 80 प्रतिशत रहने की संभावना है।


धमकी व बंद की चेतावनी के बीच हुई वोटिंग

आतंकवादी धमकियों और अलगाववादियों के कश्मीर बंद के चलते घाटी में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुबह आठ बजे जैसे ही मतदान केंद्रों में मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई। इक्का-दुक्का लोग ही केंद्रों पर वोट डालने के लिए पहुंचे। परंतु दोपहर बाद लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई। कश्मीर में सबसे कम मतदान बडगाम में हुआ है जबकि सबसे अधिक कुपवाड़ा में।


यहां पुरूषों से अधिक महिलाओं ने किया मतदान

वहीं जम्मू की बात करें तो यहां दूरदराज व पहाड़ी इलाकों में पहले दो घंटों में मतदान प्रतिशत 12 से 20 के करीब थे परंतु दोपहर 12 बजे तक कई जिलों में यह संख्या 80 प्रतिशत तक पहुंच गई। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने मतदान प्रक्रिया में अधिक हिस्सा लिया।


पुंछ में हुआ बवाल

पुंछ जिला के मेंढर स्थित गुरसाई तामी मतदान केन्द्र पर जाली मतदान करने को लेकर दो गुटों के बीच हुए पथराव के बाद मतदान केन्द्र पर मतदान की प्रक्रिया को रोेक दिया गया था। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सूचना मिलते ही मतदान केंद्र पर पहुंच गए। यहां कुछ लोगों ने मतदान केंद्र पर कब्जा करने का प्रयास किया । मतदान प्रक्रिया बाधित होने के बाद यहां मतदान रोक दिया गया। बात इतनी बढ़ गई थी कि पुलिस और सुरक्षाबलों काे भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू
गैस का प्रयोग भी करना पड़ा। यहां मतदान अगले चरण में फिर से करवाने की संभावना है। हालांकि इसकी घोषणा प्रशासन की ओर से बाद में की जाएगी।


सातवें चरण में राज्य के तीस ब्लाकों के 545 सरपंच और 4345 पंच हल्कों में 5575 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे। इनमें 1229 सरपंच जबकि 4346 पंच के लिए चुनाव लड़ रहे थे। 15 जिलों में हुए इन चुनावों में 2714 मतदान केंद्र बनाए गए थे। जिनमें 576 कश्मीर और 2138 जम्मू संभाग में थे। कश्मीर के 201 सरपंच हल्कों में मतदान नहीं हुआ। यहां 85 सरपंच निर्विरोध चुने जा चुके हैं जबकि 116 में एक ही उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरा। जम्मू संभाग में इस चरण में मात्र तीन सरपंच ही निर्विरोध चुने गए हैं। कश्मीर में 428 व जम्मू में 464 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था। यहां ऐसे मतदान को सुरक्षित और शांत वातावरण में संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। जम्मू व कश्मीर में बनाए गए मतदान केंद्रों के बाहर सेना, पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की तैनाती की गई थी।

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