संचार माध्यमों पर पाबंदी
रविवार की रात, कश्मीर में बड़े पैमाने पर सुरक्षाबलों ने बंद था। प्रशासन ने लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित करने के आदेश पारित किए। जबकि टेलीफोन लाइन, इंटरनेट और केबल टीवी भी बंद थे। दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती और सज्जाद लोन सहित कश्मीर के मुख्यधारा के राजनेताओं को आधी रात को नजरबंद कर दिया गया था।
10 दिन से जारी है तनाव
कश्मीर पिछले 10 दिनों से तनाव की चपेट में है। केंद्र सरकार ने राज्य में हजारों अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है। इसके बाद, जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने पिछले हफ्ते अमरनाथ यात्रा को रद्द करते हुए अभूतपूर्व आदेश जारी किए। इस आदेश ने स्पष्ट रूप से पर्यटकों को कश्मीर छोडऩे के लिए कहा था। तीर्थयात्रा के अचानक बंद होने से काफी अटकलों को बल मिला। इस आदेश ने कश्मीरियों में भी दहशत पैदा कर दी, जिसने यह महसूस किया कि भारत सरकार एक बड़े कदम के लिए तैयार हो सकती है, जिसका मतलब राज्य द्वारा प्राप्त विशेष दर्जे के खत्म करना भी हो सकता है।