गौरतलब है कि नेशनल कांफ्रेंस कश्मीर की किसी भी सीट को छोड़ना नहीं चाहता, जबकि कॉंग्रेस जम्मू-कश्मीर और लद्दाख मे एक-एक सीट की मांग रही है। नेशनल कांफ्रेंस के संसदीय बोर्ड ने सोमवार शाम यहां बैठक की, जिसके बाद सभी छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया गया। नेकां सूत्रों ने कहा कि पार्टी के संसदीय बोर्ड ने पार्टी के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला पर अंतिम निर्णय छोड़ दिया है।