चुनाव करीब है इसलिए हो रही आरक्षण की बात—उमर
उन्होंने कहा कि युवा अपने को ठगा महसूस कर रहा है। पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार ने भी इनके लिए कुछ नहीं किया। वह सरकार की नीतियों से अपने को दबा महसूस कर रहा है। रोजगार के साधन न होने की वजह से उनमें कुंठा है। उन्होंने कहा कि नेकां के कार्यकाल में इतनी अधिक आतंकी घटनाएं नहीं हुई थीं, जितनी अब हो रही हैं। जम्मू संभाग में भी आतंकवाद ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। यह खतरे का संकेत है। केंद्र की ओर से आर्थिक रूप से पिछड़ों को आरक्षण पर सवाल उठाते हुए उमर ने कहा कि अचानक साढ़े चार साल बाद आरक्षण की याद क्यों आई? केंद्र और भाजपा के इरादे नेक नहीं हैं। चुनाव करीब हैं, तो इस प्रकार से आरक्षण देने की बात की जा रही है।