असम ने रचा इतिहास, एक साथ 644 उग्रवादियों ने छोड़े हथियार, CM ने किया स्वागत
आतंकवादियों के बचाव में कुछ स्थानीय लोग भी सड़कों पर उतर आए, जवानों पर पथराव भी किया गया। आतंकरोधी अभियान प्रभावित ना हो इसलिए जवानों के दूसरे दल ने प्रदर्शनकारियों को वहां से खदेड़ दिया। ख़बर लिखे जाने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी रही। शहीद हुए जवान की पहचान नहीं हो पाई है।
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विश्वसनीय सूत्रों से अनंतनाग जिले के बिजबेहरा इलाके के अरवानी गांव में दो से तीन आतंकवादी देखे जाने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबल वहां पहुंचे। सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष ऑपरेशन समूह (एसओजी) के जवानों ने इलाके की घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। अपने को घिरा देख आतंकवादियों ने अचानक सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी। इस गोलीबारी में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि दोनों घायलों को तुरंत वहां से निकाल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। दूसरे जवान का इलाज चल रहा है। एक सप्ताह के भीतर घाटी में यह तीसरी मुठभेड़ है। इससे पहले सुरक्षाबलों ने अवंतीपोरा में चार दिन तक चली मुठभेड़ में चार कुख्यात आतंकियों को मार गिराया था। जबकि सेना का जवान राहुल और पुलिस का एसपीओ शाहबाज भी शहीद हुए थे।