साफ पकड़ आ रहा सफेद झूठ
हालांकि जैदी का सफेद झूठ साफ पकड़ में आ रहा है। जैदी ने जो वीडियो ट्वीट किया है, वो कश्मीर का नहीं, बल्कि हरियाणा के पंचकुला शहर का है। रिवर्स इमेज सर्च से पता चलता है कि ये वीडियो 25 अगस्त 2017 का है। वीडियो उस समय का है जब डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम को रेप के एक मामले में दोषी कऱार दिया गया था और उनके समर्थकों ने पंचकुला के स्पेशल सीबीआई कोर्ट के फ़ैसले के खिलाफ शहर में हिंसक प्रदर्शन किये थे। रिपोट्र्स के अनुसार इन हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 30 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई थी और राज्य में 2500 से ज़्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
पुराने वीडियो को कश्मीर का बताया
ज़ैदी ने एक पुराने वीडियो को भी अब गलत संदर्भ के साथ पोस्ट किया है। यह वीडियो पाकिस्तान के कई बड़े सोशल मीडिया ग्रुप्स में शेयर किया जा रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 निष्प्रभावी किए जाने के भारत सरकार के फ़ैसले से कुछ दिन बाद ही यह वीडियो ट्वीट किया था। जिसे अब तक सवा दो लाख बार देखा जा चुका है और कऱीब चार हज़ार लोग इस वीडियो को शेयर कर चुके हैं। #SaveKashmirFromModi के साथ ज़ैदी ने लिखा था कि भारत के कब्ज़े वाले कश्मीर में लाखों लोगों ने सडक़ों पर आकर मोदी सरकार के 35-ए हटाने के फ़ैसले की मुख़ालफ़त की। लेकिन ये वीडियो भी तीन साल पुराना है। ‘Revoshots’ नाम के एक यू-ट्यूबर ने 18 अक्टूबर 2016 को यह वीडियो पोस्ट किया था। उनके अनुसार, यह वीडियो हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक स्थानीय कमांडर बुरहान वानी के जनाज़े का है। 24 वर्षीय बुरहान वानी हिज़बुल मुजाहिद्दीन का पहला कमांडर था जिसने अपनी और अपने साथियों की हथियार लिए हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर लगाई थीं। कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच चली लंबी मुठभेड़ में बुरहान वानी की मौत हो गई थी। वानी की मौत की पुष्टि 9 जुलाई 2016 को हुई थी।