श्रीनगर: जम्मू—कश्मीर पर बादल नए साल की शुरूआत से ही मेहरबान है। बुधवार को नए साल की पहली बर्फबारी हुई। इसकेे बाद शुक्रवार को फिर बर्फ गिरी। इस बर्फबारी के बाद जम्मू—कश्मीर घूमने पहुंचे कई सैलानियों का मन डगमगा गया है। जो सैलानी पहाडों और वादियों के मनोहर नजारें देखने यहां आए थे उनमें से कई बर्फबारी होने के बाद यहीं रूकने का मन बना बैठे हैं। बर्फबारी के बाद जम्मू—कश्मीर सच में धरती का स्वर्ग नजर आता है। ऐसे में यह सैलानियों को ज्यादा लुभाता है… शुक्रवार को उच्च पर्वतीय इलाकों में हो रही हिमपात, निचले इलाकों में हो रही बारिश ने कश्मीर और जम्मू के पहाड़ी इलाक़ो मे घूमने आए पर्यटकों का उत्साह बढ़ा दिया। जिसे पर्यटन जगत से जुड़े स्थानीय लोगों में अच्छे दिनोंं के लौटने की उम्मीद भी बढ़ गई है। मौसम में आए इस बदलाव से पूरी वादी में ठंड का दौर शुरु हो गया है। जहां सैलानियों में जोश है वहीं स्थानीय लोग घरों में दुबके रहे। ठंड को ध्यान में रखते हुए स्कूल व कॉलेज में अवकाश घोषित कर दिए गए है।
श्रीनगर: जम्मू—कश्मीर पर बादल नए साल की शुरूआत से ही मेहरबान है। बुधवार को नए साल की पहली बर्फबारी हुई। इसकेे बाद शुक्रवार को फिर बर्फ गिरी। इस बर्फबारी के बाद जम्मू—कश्मीर घूमने पहुंचे कई सैलानियों का मन डगमगा गया है। जो सैलानी पहाडों और वादियों के मनोहर नजारें देखने यहां आए थे उनमें से कई बर्फबारी होने के बाद यहीं रूकने का मन बना बैठे हैं। बर्फबारी के बाद जम्मू—कश्मीर सच में धरती का स्वर्ग नजर आता है। ऐसे में यह सैलानियों को ज्यादा लुभाता है… शुक्रवार को उच्च पर्वतीय इलाकों में हो रही हिमपात, निचले इलाकों में हो रही बारिश ने कश्मीर और जम्मू के पहाड़ी इलाक़ो मे घूमने आए पर्यटकों का उत्साह बढ़ा दिया। जिसे पर्यटन जगत से जुड़े स्थानीय लोगों में अच्छे दिनोंं के लौटने की उम्मीद भी बढ़ गई है। मौसम में आए इस बदलाव से पूरी वादी में ठंड का दौर शुरु हो गया है। जहां सैलानियों में जोश है वहीं स्थानीय लोग घरों में दुबके रहे। ठंड को ध्यान में रखते हुए स्कूल व कॉलेज में अवकाश घोषित कर दिए गए है।