उसे अस्पताल लाने वाले चार पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल मुअत्तल ( Suspend ) कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि आरोपी रियासी जिले के पुलिस स्टेशन माहोरे से लाया गया था। उसके खिलाफ दर्ज एक बलात्कार के मामले में पिछले दो साल से वह न्यायिक हिरासत में था। अभी तक यह पता नहीं लग सका है कि आरोपी ने आखिरकार किस तरह से पुलिसकर्मियों को गच्चा दिया।
पीड़ितों को सता रही है आशंका
भले ही पुलिस अधिकारियों ने बलात्कार के आरोपी की फरारी के मामले में पुलिसवालों को निलंबित कर दिया, लेकिन इसको लेकर पीड़ित पक्ष और उसके गांव वाले दहशत में बताए जाते हैं। कहा जा रहा है कि अब गांव वालों को यह डर सता रहा है कि आरोपी सबसे पहले उन लोगों को अपना निशाना बना सकता है, जो इस मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से किसी न किसी रूप में गवाह बने थे। इधर, पीड़ित पक्ष भी आशंकाओं के तले जी रहा है।