पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि इस तरह के फैसले से जम्मू में राजनीतिक तालमेल और मेल-मिलाप के लिए जगह और सिकुड़ जाएगी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि भारत सरकार “कश्मीर के प्रति गंभीर नहीं है, जो भयानक संकट पैदा कर सकता है| उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी को स्कूलों को चलाने के लिए श्रेय दिया गया है और यह एक सामाजिक-धार्मिक संगठन है, जो पूरी तरह से अहिंसक है और संगठन ने कई मौकों पर सार्वजनिक रूप से हिंसा को राजनीतिक संघर्ष की एक विधि के रूप में अस्वीकृत कर दिया है।
पूर्व विधायक इंजीनियर रशीद ने भी जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध का कड़ा विरोध किया है| रशीद ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए वास्तविक हितधारकों से बात करने के बजाय, नई दिल्ली वास्तविक आवाजों को ख़त्म करने पर आमादा है।”