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मुठभेड़ जारी…
जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों से बीते दिनों से लगातार सुरक्षाबलों व आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आ रही है। सुरक्षाबलों ने कईं हार्डकोर आतंकियों को ढेर करने के साथ ही आतंक को मुंहतोड़ जवाब भी दिया है। आज भी अनंतनाग जिले में स्थित ‘वेरीनाग कापरेन’ के जंगली इलाके में जवानों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो चुकी है। अन्य जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।
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इससे पहले सुरक्षाबलों ने रविवार को श्रीनगर में तीन और शोपियां जिले में 1 आतंकी को ढेर किया था। श्रीनगर में तो आतंकियों को सरेंडर करने के लिए सुरक्षाबलों ने बड़ी समझाइश की। उनके माता—पिता को बुलाकर भी उन्हें समझाने की कोशिश की गई। 10 घंटे तक कोई बात नहीं बनी, इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि 4 महीनों में घाटी में सक्रिय आतंकी संगठन, लश्कर—ए—तैयब्बा, हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश—ए—मोहम्मद और गजवज उल हिंद के मुख्य सरगना मारे जा चुके है। इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार के दरमियानी 24 घंटे में सुरक्षाबलों ने 8 आतंकियों को मार गिराया था। पुलवामा और शोपियां में हुई मुठभेड़ में 8 आतंकी मारे गए।
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लगातार युद्धविराम का उल्लंघन…
इधर सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान लगातार युद्धविराम का उल्लंघन कर रहा है। हालांकि भारतीय सेना पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। लेकिन रोज रोज ऐसी घटनाओं से सीमावर्ती इलाकों में तनाव व्याप्त है। अक्सर आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान युद्धविराम का उल्लंघन किया करता है।
सोमवार को भी राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर और पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान ने गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी जवाबी फायर कर माकूल जवाब दिया। नौशेरा में भारतीय सेना के हवलदार दीपक कार्की शहीद हो गए।
हथियार तस्करी को नाकाम किया…
इधर शनिवार 20 जून को कठुआ में बीएसएफ ने पाकिस्तान के एक ड्रोन को पकड़ लिया। इसके जरिए आतंकियों के लिए हथियारों की तस्करी की जा रही थी। ड्रोन के साथ अमरीकी बीन एम4 सेमी ऑटोमेटिक कारबाइन, 60 रांउड, 2 मैग्जीन, सात ग्रेनेड बरामद किए गए। ड्रोन भेजने में आईएसआई के भी शामिल होने की आशंका जताई गई। इतनी बड़ी मात्रा में हथियार देखकर लगता है कि आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे जो कि नाकाम हो गई।