घाटी में है लॉक डाउन
घाटी में कोरोना वायरस ( Corona virus ) के चार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। वायरस के फैलने के भय से प्रशासन ने लॉक डाउन ( Lock down in Kashmir ) कर रखा है। हालांकि प्रशासन ने अपनी तरफ से आपात सेवाओं के ( Only emergency services ) इंतजाम कर रखे हैं। किन्तु ऐसे प्रतिकूल हालात में मदद के लिए सिर्फ सरकार के भरोसे नहीं बैठा जा सकता। साथी हाथ बढ़ाना की तर्ज पर हरमिंदर सिंह ने लोगों की मदद करने का बीड़ा उठाया है।
विद्युत विभाग में हैं इंजीनियर
विद्युत विभाग में इंजीनियर के पद पर कार्यरत त्राल निवासी हरमिंदर बताते हैं कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जब सरकार ने लॉक डाउन का निर्णय लिया तो बीमार और गर्भवती महिलओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। घाटी में पिछले एक सप्ताह से लॉक डाउन है। इस वक्त हर तरह के वाहनों पर पाबंदी लगी हुई है। ऐसे में उन्होंने बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने का निर्णय किया। आम लोगों को पता चल जाए कि एक सेवक लोगों की सेवा करना चाहता है, इसके लिए हरमिंदर ने फेस अपना विवरण लिखकर पोस्ट कर दिया।
दिन में ड्यूटी शाम को जनसेवा
दिन के समय हरमिंदर ड्यूटी पर रहते हैं और शाम को जरूरतमंदों के कॉल आने पर उन्हें अस्पताल पहुंचाने का काम करते हैं। हरमिंदर कहते हैं कि सर्वाधिक परेशानी ऊंचाई पर रहने वाले गूर्जर समुदाय के लोगों को आती है। वाहनों पर पाबंदी और ऊंचाई पर होने के कारण उनके लिए अस्पतालों तक पहुंचना आसान काम नहीं है।
परेशान लोग करते हैं कॉल
हरमिंदर ने बताया कि “हमें विशेष पास आवंटित किए गए हैं क्योंकि बिजली विभाग को सरकार द्वारा आवश्यक सेवा के रूप में घोषित किया गया है। मैं अपने पास का उपयोग कर सकता हूं और लोगों को शाम 6 बजे से सुबह तक किसी भी समय अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचने में मदद कर सकता हूं। हरमिंदर ने कहा कि उन्हें देश के विभिन्न हिस्सों से लगातार परेशान कॉल आ रहे हैं। “मुझे दुख है कि मैं उनकी मदद नहीं कर सकता। मैं कम से कम अपने क्षेत्र के लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहा हूं।
रोल मॉडल बन गए
31 वर्षीय इंजीनियर इस क्षेत्र में एक रोल मॉडल बन गए हैं और दूसरों को लोगों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया है। “कुछ लोगों ने मुझसे संपर्क किया और मेरे साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की। मुझे इस प्रयास के लिए अपने वाहनों की पेशकश करने वाले लोगों से फोन आए हैं। मैं किसी एनजीओ से जुड़ा नहीं हूं। मैं इसे मानवीय आधार पर कर रहा हूं।”