सन्न रह गया, समझ नहीं आया क्या करू
एक स्थानीय युवक जो धमाके के वक्त घटना स्थल कि ओर जा रहा था उसने बताया कि “गनीमत रही मैं ज्यादा पास नहीं पहुंचा। जब बम फटा तो ऐसे लगा जैसे धरती हिल गई हो। विस्फोट होते ही मैं सन्न रह गया, देखा तो चारों तरफ खून से लथपथ घायल पडे हैं। कुछ समझ नहीं आया कि क्या किया जाए, इतने में कुछ और लोग वहां आए। थोड़ी ही देर में मेडिकल कॉलेज से एंबुलेंस आ गई हमने घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया। युवक ने बताया कि घटना से पहले मौके पर दो या तीन पुलिस कर्मी ही मौजूद थे। हमले के बाद बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी व आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल को सीज कर दिया है। हमले के तरीके को देखकर युवक ने पहले से ग्रेनेड को प्लांट किए जाने की आशंका जताई।”
ऐसे लगा जैसे बस का टायर फटा
बस स्टैंड के पास ही एक ढाबे पर काम करने वाले यासिर अहमद ने बताया कि “हमारा ढाबा घटना स्थल से 15 से 20 कदमों की दूरी पर है। लगभग 11.30 बजे एक धमाका हुआ। ऐसे लगा जैसे बस का टायर फटा है। पर यह एक ग्रेनेड हमला था जिसने दो दर्जन से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। धमाका हुआ तो चारों तरफ चीख—पुकार मच गई, जमीन पर घायल लोग पड़े थे जो दर्द के मारे कहरा रहे थे, कई खून से सने हुए थे। हमने मिलकर चार से पांच को अस्पताल पहुंचाया। यासिर ने बताया कि जहां ग्रेनेड फटा उसके सामने जो दुकानदार फलों की दुकान लगाता है वह सबसे ज्यादा घायल हुआ है।”
बता दें कि (आज गुरूवार को) सवेरे 11.30 बजे के करीब जम्मू के सरकारी बस स्टैंड के पास ग्रेनेड हमला हुआ। धमाका राज्य परिवहन की बस के पास हुआ है, धमाके के समय बस जम्मू के बस स्टेशन पर ही खड़ी थी।