सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन जंगली हाथियों का झुंड आबादी वाले क्षेत्र में प्रवेश कर उत्पात मचाता है, लेकिन वन विभाग की ओर से हाथियों को दूर भगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जाता है। ग्रामीणों के प्रदर्शन के कारण रांची-गुमला मुख्य सड़क घंटों जाम रहा। इस वजह से सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीण जाम स्थल पर डीएफओ को बुलाने की मांग कर रहे थे। बाद में मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद जाम हटाया जा सका।
ग्रामीणों ने बताया कि एक सप्ताह से गांव के समीप भरनो के अमलिया जंगल में 18 हाथियों का झुंड सक्रिय है। ग्रामीणों का कहना है कि वे मुआवजे के लिए सड़क जाम नहीं कर रहे हैं, बल्कि उनकी यह मांग है कि वन विभाग सुरक्षा की जिम्मेदारी ले और जंगली हाथियों के आने से होने वाली परेशानियों से मुक्ति दिलाए। बाद में वन विभाग के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखा जा रही है और उन्हें जंगल की ओर खदेड़ने की कोशिश हो रही है।
बताया गया कि लोहरदगा की ओर से आया हाथियों का झुंड भरनो होते हुए पालकोट की ओर जाने के लिए हर वर्ष आता है। लोगों का कहना है कि वे गांव में रहते हैं। लेकिन जब हाथियों का झुंड उनके गांव में आ जाएगा तब वे कहां जाएंगे।