250 किलो सोना मिला
भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग की रिपोर्ट के बाद झारखंड हेमंत सोरेन सरकार की बांछे खिल गई हैं। सरकार अब इस खान की नीलामी की तैयार में जुट गई है। इससे राज्य सरकार के खजाने में 120 करोड़ रुपये आने की संभावना है। इसमें अलग-अलग गुणवत्ता वाले सोने की मात्रा का पता चला है। अलग वैराइटी के स्वर्ण अयस्कों से कुल मिलाकर 250 किलो सोना निकलने की संभावना है। लॉकडाउन में जहां उद्योग-धंधों से मिलने वाला राजस्व प्राय: ठप्प हो गया है, वहीं यह राशि सरकार के जीवनदायिनी साबित होगी। भीतरडारी में सोने के भंडार का पता लगाने का काम भूतत्ववेत्ता पंकज कुमार सिंह के निर्देशन में चल रहा था।
सात स्थानों पर सोने की खोज जारी है
इससे पहले भी प्रदेश में सात स्थानों पर स्वर्ण भंडारों का पता लगाया जा चुका है। इनमें लावा, कुंदरकोचा, पहाडड़ीहा और परासी में सोने के भंडारों का पता लगाया जा चुका है। आने वाले दिनों में इन जगहों पर खोज कार्य को आगे बढ़ा कर संभावनाओं का पता लगाया जा सकता है। रांची से लेकर तमाड़ के बीच सोने की खानों की खोज का काम कई सालों से जारी है। कई स्थानों पर स्वर्णरेखा नदी के बालू से भी सोने के कण छानने का काम चल रहा है। भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण की रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड देश के गोल्ड स्पॉट वाले राज्य की संभावना के रूप में विकसित हो रहा र्है।