सीआरपीएफ के खान-पान में बदलाव
कोविड-19 के मद्देनजर नक्सल उन्मूलन अभियान में जुटे सीआरपीएफ जवानों के भी खान-पान बदलाव का निर्णय लिया गया है। सीआरपीएफ के आईजी राजकुमार के मुताबिक कोरोना महामारी को लेकर पूरे झारखंड में सीआरपीएफ कैम्पों अथवा बैरक में रह रहे जवानों को अपनी सुरक्षा के लिए एहतियात बरतने के उपाय बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निदेर्शों के मुताबिक इन जवानों के खानपान में बदलाव किया जा रहा है। वहीं इनमें इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जारी निदेर्शों के मुताबिक हल्दी, दूध, काढ़ा और च्यवनप्राश इत्यादि के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। इस मौके पर उन्होंने जवानों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर आदि के प्रयोग पर भी बल देते हुए बाकी लोगों से भी सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी नियमों को कड़ाई से पालन करने की बात कही।
काढ़े से बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता
कोरोना वायरस कोविड-19 से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी के उपाय को कारगर माना जा रहा है। इसे देखते जमशेदपुर में आनंद मार्ग यूनिवर्सल रिलीफ टीम की ओर से सफाईकर्मियों के बीच काढ़ा बनाने वाले गोटे मसालों का पैकेट वितरित किया जा रहा है। जिसमें गोटा हल्दी, लॉन्ग, गोल मिर्च, दालचीनी और हाथ धोने के साबुन और भोजन का पैकेट शामिल है।
बचाव ही उपचार है
जमशेदपुर स्थित आनंद मार्ग के प्रवक्ता सुनील आनंद का कहना है कि शरीर पर किसी भी तरह का वायरस का कुप्रभाव न पड़े, इसके लिए मास्क पहनना बहुत ही जरूरी है और बार-बार हाथ धोना भी आवश्यक है। इन सब के साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए काढ़ा का प्रयोग करना चाहिए। काढ़ा बनाने के तरीके साथ ही सुनील आनंद ने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दिनभर में कम से कम एक नींबू के सेवन की भी सलाह दी।