कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
पुलिस में पेलाराम मंडल ने अपने भाई तारकनाथ मंडल की हत्या के शक का मामला दर्ज कराया था। इस पर पुलिस ने पेलराम के बयान के आधार पर तफ्तीश शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि तारकनाथ के एक महिला से संबंध थे। पुलिस ने इस मामले में आदित्यपुर भाटिया निवासी किरण महतो से पूछताछ की। पुलिस ने उसके मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर अन्य आरोपियों को भी धरदबोचा। किरण ने पुलिस को बताया कि वह तारकनाथ से प्रेम करती थी। दोनों की मुलाकात एक विवाह में हुई थी।
प्रेम में धोखे से खफा हुई
मृतक तारकनाथ टाटा स्टील में ठेका मजदूर के तौर पर काम करता था। प्रेम प्रसंग के दौरान किरण ने तारकनाथ पर विवाह के लिए दवाब बनाना शुरु किया। इससे तारकनाथ उससे किनारा करने लगा। इस बीच प्रेमिका किरण को पता चला कि तारकनाथ ने ३० जून को किसी ओर युवती से विवाह कर लिया। प्रेम धोखा मिलने से खफा किरण ने इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी। उसने इसका बदला लेने की ठान ली
गला दबा कर हत्या
प्रेमिका किरण ने अपने पूर्व के परिचित कमलेश प्रसाद से सम्पर्क करके तारकनाथ की हत्या की योजना बनाई। हत्या के लिए कमलेश प्रसाद माध्यम से गणेश लोहार, करण लोहार को सात हजार की रुपये दिए। वहीं तीन हजार कमलेश प्रसाद ने अपने रख लिए। प्रेमिका किरण महतो ने तारकनाथ मंडल को फोन करके 20 जुलाई की रात को अपने घर बुलाया। उसको अपने घर में ही सुला लिया। उसके बाद जब मृतक तारकनाथ गहरी नींद से सो गया तो उसने अपने तीन सहयोगियों के साथ मिलकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद शव को बाइक में ही लेकर हथियाडीह के पास बोरकाडीह स्थित गढे में फेंक दिया गया। जबकि मृतक की बाइक को हथियाडीह में फेंक दिया। पुलिस ने मोबाइल के जरिए युवक की हत्या की गुत्थी को सुलझाया। हत्या के आरोप प्रेमिका किरण महतो सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। प्रेमी की हत्या की आरोपी किरण महतो गांधी इंस्टीटयूट भाटिया बस्ती में वार्डन का काम करती थी।