नेपाल भागने की फिराक में था
बिहार के इस सीरियल किलर का नाम है अविनाश श्रीवास्तव। पूर्व विधायक ललन श्रीवास्तव के पुत्र अविनाश उर्फ अमित को पुलिस ने रक्सौल के मेन रोड में एक होटल से गिरफ्तार किया। उसके साथ उसकी मां भी मौजूद थी। ुपुलिस के मुताबिक दोनो नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस अब उससे हत्याओं के दूसरे मामले में गहन पूछताछ कर रही है। सीरियल किलर को पटना पुलिस की रंगदारी सेल ने गिरफ्तार किया।
कबूल कर चुका 20 हत्याएं
वर्ष 2016 में वैशाली के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार ने जब अविनाश से पूछताछ की थी, तो उसने पटना में 20 हत्या की बात स्वीकारी है. कैप्टन सुनील के भाई, विजय गोप, अजय गोप, दीना गोप, लालू गोप, अजीत गोप, मोइन उर्फ पप्पू, अधिवक्ता सरदार जी, इम्तियाज, चनारिक गोप, स्वर्ण व्यवसायी मनोज सोनार, राहुल यादव समेत चार अन्य लोगों की गोली मार कर हत्या की थी। इस संबंध में पटना पुलिस से संपर्क कर आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
तीन घंटे तक लाश को मारता रहा गोली
अविनाश राजधानी पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र के एमआइजी कॉलोनी के रोड नंबर-30 का रहनेवाला है। उसे बिहार में साइको किलर के नाम से जाना जाता है। गोरखपुर के श्रीप्रकाश शुक्ला के बाद यह दूसरा अपराधी है, जो ब्रस्ट फायर मारता है। हाजीपुर में इसने एक बार एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद तीन घंटे तक उसकी लाश के पास बैठा रहा और हर एक मिनट पर लाश को एक गोली मारता था।
जामिया मिलिया से पास आउट
दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से एमसीए करने के बाद इनफोसिस कंपनी में नौकरी कर चुका अविनाश उस समय अपराध जगत में कदम रखा, जब वर्ष 2002 में हाजीपुर में उसके पिता एवं तत्कालीन एमएलएसी लाला ललन श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अविनाश इसके बाद विचलित हो गया और बदला लेने के लिए पिता के हत्यारोपित को हथियार लेकर खोजने लगा। साल 2003 में अविनाश ने अपने पिता के हत्यारोपित मोइन खां उर्फ पप्पू खां को हाजीपुर में 32 गोली मारकर हत्या की थी। यहीं से उसे साइको किलर का नाम दिया गया। उसने अपने पिता के हत्यारों को चुन-चुन कर मारा।
चोरी के प्रयास में पकड़ा गया था
वर्ष 2016 में हाजीपुर के महुआ थाना क्षेत्र के हरपुर बेलवा स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में चोरी करते उसे पकड़ा गया। पुलिस ने जब उसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि गूगल में साइको किलर अमित सर्च करिए। जब पुलिस ने सर्च किया, तो पुलिस के होश उड़ गये। जबकि, अविनाश खुश हो गया। उसने कहा कि फिल्म गैंग ऑफ वासेपुर में उसके ब्रस्ट फायर वाले क्लाइमेक्स को चोरी कर लिया गया है। इसके बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। ताबड़तोड़ कई हत्या करने के बाद जब उसकी तलाश तेज हो गयी, तो उसकी मां उसे लेकर सिलीगुड़ी चली गयी थी। इस बीच वह बिहार आकर हत्या, लूट और चोरी की घटना को अंजाम देता रहा।
जेल से छूटा था
इसी साल जिउतिया के दिन वह हाजीपुर जेल से छूटा है। जेल से निकलने के बाद वह नेपाल भागने के फिराक में था। इसकी जानकारी पटना पुलिस को लग गई। इसके बाद बुधवार की रात पटना पुलिस की रंगदारी सेल ने होटल में छापेमारी करके उसे रक्सौल से पकड़ लिया है। उससे पटना में दर्ज अन्य कांडों के बारे में पूछताछ की जाएगी.।