यह वायरल वीडिया जमुई के जिला कलक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने देख लिया। डीएम ने उनकी मदद करने की ठान ली। उन्होंने अधिनस्थ स्टॉफ को इस बुजुर्ग दम्पत्ति की तलाश के निर्देश दिए। सरकारी अमले ने पूरे शहर में गश्त करके इस दम्पत्ति की पहचान कर ली। दम्पति को जिला कलक्टर के समक्ष पेश किया गया। जिला कलक्टर ने अत्यंत आदर भाव से उन्हें कुर्सी पर बिठाया। बुजुर्ग से बातचीत करने पर उसकी व्यथा उजागर हुई।
जानकारी मिली कि अर्जुन पासवान नाम का यह 70 वर्षीय बुजुर्ग अपनी पत्नी के साथ साइकिल ठेला चला कर जैसे-तैसे अपनी गुजर-बसर कर रहा है। 65 वर्षीय पत्नी कमली देवी भी पैर से दिव्यांग है। इसके तीन बेटे हैं। जिनमें से दो अलग रहते हैं। जो बेटा साथ रहता है वह बीमार है। वह मजदूरी पर नहीं जा सकता। पूरा परिवार माली हालत का शिकार है। बेटे के उपचार के लिए धन का इंतजाम नहीं होने के कारण वह खाट पर ही लेटा रहता है। जिला कलक्टर इस बुजुर्ग की दास्तान सुन कर द्रवित हो गए।
जिला कलक्टर ने तत्काल 11 हजार रुपए की सहायत राशि बुजुर्ग अर्जुन पासवान को सौंपी। बुजुर्ग दम्पत्ति को राशन कार्ड और वृद्धावस्था पेंशन दिलाने का भरोसा दिलाया। साथ ही बीमार बेटे के उपचार के निर्देश दिए। इस मदद के बाद जिला कलक्टर ने सम्मान बुजुर्ग दम्पत्ति को कार्यालय से विदा कर घर भिजवाया।