1 लाख बच्चों को नहीं मिला अप्रैल माह का रेडी टू ईट
जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज छह माह से तीन साल उम्र के १ लाख बच्चों और ३३ हजार गर्भवती महिलाओं और शिशुवती माताओं को अप्रैल माह का रेडी टू ईट (पोषण आहार) इस माह अब तक नहीं मिला है क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्रों में ही इसकी सप्लाई नहीं हुई है।
जांजगीर चंपा
Published: April 20, 2022 09:51:01 pm
जांजगीर-चांपा. महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों के पास अप्रैल माह में रेडी टू ईंट वितरण करने संबंधी शासन से ही आदेश नहीं मिला है। रेडी टू ईंट बनाने का जिम्मा बीज निगम को दिया गया है। जिसका महिला समूहों के द्वारा विरोध किया गया। जिसके बाद से यह मामला अदालत में उलझा हुआ है। हालांकि न्यायालय में इस मामले में फैसला सुरक्षित रख गया है और अप्रैल माह में इसका वितरण करने आदेश दे दिया है लेकिन राज्य शासन का आदेश नहीं मिल पाने से अप्रैल माह के २० दिन बीत जाने के बाद भी वितरण अधर में लटका हुआ है। ऐसे में इसका वितरण कब से और कैसे होगा ये स्पष्ट नहीं है। जानकारों का कहना है कि हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
जिले में २ लाख से ज्यादा हितग्राही
महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में इस समय २ लाख १४ हजार ४३९ हितग्राही दर्ज हैं। इनमें से ३ से ६ वर्ष के ७५ हजार ४४४ बच्चे, छह माह से ३ आयु वर्ष के १ लाख ५ हजार ५५६ बच्चों और १६ हजार ३७३ गर्भवती महिलाओं तथा १६ हजार ९६६ शिशुवती माताएं हैं। हैं। इनमें ३ से ६ वर्ष के बच्चों को छोड़कर बाकी सभी हितग्राहियों को रेडी टू ईंट का वितरण किया जाता है जो इस माह का अभी तक इन हितग्राहियों को नहीं मिल पाया है।
बीज निगम को बनाया गया है एजेंसी
रेडी टू ईट के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार ने बीज निगम को एजेंसी बनाया है। हरियाणा की किसी कंपनी को इसका काम दिया जा रहा है। रायगढ़ में इसकी एक यूनिट है, वहां मशीनों के माध्यम से इसका निर्माण होना है। हालांकि इसके वितरण का काम महिला समूहों के माध्यम से ही कराने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है।
७१ समूह कर रही संचालन
वर्तमान में ७१ समूहों द्वारा रेडी टू ईंट निर्माण का संचालन किया जा रहा है जिसे ७९ सेक्टरों के माध्यम से जिले के २२ सौ से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों में सप्लाई की जाती है। लेकिन अप्रैल माह में वितरण का आदेश नहीं मिलने से समूह द्वारा सप्लाई नहीं किया जा रहा है। पैकेट तैयार कर चुके महिला समूह इसको लेकर परेशान भी है कि वे इन पैकेट का क्या करें।
वर्जन
रेडी टू ईट वितरण के संंबंध में अब तक राज्य शासन से कोई दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं इसीलिए वितरण नहीं हुआ है। जैसा आदेश होगा उसी हिसाब से पालन किया जाएगा।
राजेन्द्र कश्यप, डीपीओ

1 लाख बच्चों को नहीं मिला अप्रैल माह का रेडी टू ईट
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