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बीएसएनएल के 10 अफसर-कर्मचारियों ने लिया वीआरएस, डीई, जेई रैंक के अफसर भी शामिल

locationजांजगीर चंपाPublished: Jan 31, 2020 05:31:40 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

BSNL : शुक्रवार को बीएसएनएल के नैला डिवीजन के तहत चांपा सक्ती और नैला मिलाकर 10 अधिकारी-कर्मचारियों ने वीआरएस ले लिया। इसमें डीई से लेकर जेई और लाइनमेन रैंक के कर्मचारी शामिल हैं।

बीएसएनएल के 10 अफसर-कर्मचारियों ने लिया वीआरएस, डीई, जेई रैंक के अफसर भी शामिल

बीएसएनएल के 10 अफसर-कर्मचारियों ने लिया वीआरएस, डीई, जेई रैंक के अफसर भी शामिल

जांजगीर-चांपा. बिलासपुर संभाग के चार जिलों में बीएसएनएल कर्मचारियों को वीआरएस लेने की प्रक्रिया अक्टूबर माह से शुरू हो गई थी। कंपनी द्वारा 50 से 55 साल के कर्मचारियों को वीआरएस लेने कहा गया था। इसके तहत नैला डिवीजन में नैला, चांपा और सक्ती से 10 कर्मियोंं ने आवेदन किया था। कंपनी द्वारा 31 जनवरी को इन्हें विदाई दे दी गई। इसमें नैला डिजीवन अंतर्गत डीई आरके गुप्ता, जेई धु्रव कुमार शुक्ला और उदय कश्यप, लाइनमेन विष्णु साहू, गोपाल कृष्ण यादव, सकीना खान आदि शामिल हैं।
एक साथ दस अधिकारी-कर्मचारियों के वीआरएस लेने से अब बीएसएनएल के दफ्तर खाली हो गए हैं। वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को बुधवार को विदाई दी गई। नैला डिवीजन के डीई आरके गुप्ता ने बताया कि नैला डिवीजन के तहत 10 अधिकारी-कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन किया था।
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घाटे में चल रही बीएसएनएल
पिछले कई साल से बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। नई-नई टेलीकॉम कंपनियों के आ जाने से बीएसएलएल के ग्राहकों की संख्या भी काफी घट गई है। इसकी एक बड़ी वजह कमाई कम और खर्च ज्यादा। अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन पर भारी भरकम राशि खर्च होती थी। इस घाटे से उबरने के लिए 50 साल से अधिक उम्र वालों की छंटनी के लिए वीआरएस की योजना लाई गई।

कर्मचारियों की कमी से पहले ही व्यवस्था बदहाल
जिले में बीएसएलएल की व्यवस्था से ग्राहक भी काफी खुश नहीं है। आए दिन संचार व्यवस्था को लेकर उपभोक्ताओं में नाराजगी देखी जाती है। ऊपर से मैदानी कर्मचारियों की कमी के चलते परेशानी हो रही थी। अब कर्मचारियों की और कमी हो जाने से परेशानी और बढ़ सकती है।

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