अब तक 3 लाख 84 हजार 288 कार्डों का सत्यापन किया जा चुका है। इनमें 3 लाख 83 हजार 938 कार्ड सही मिले हैं। जबकि 350 आवेदन अपात्र मिले हैं। इधर अभी 23 हजार 323 कार्डों का सत्यापन होना बाकी है। ऐसे में अपात्र कार्डों की संख्या और बढ़ेगी।
उल्लेखनीय है कि जिले में राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए 15 जुलाई से 6 अगस्त तक शिविर लगाकर आवेदन लिए गए थे। इन आवेदनों का सत्यापन दल द्वारा जांच कर ऑनलाइन एंट्री का काम कराया गया है। इसमें ऐसे लोगों ने भी कार्ड नवीनीकरण कराने के लिए आवेदन किया है जो फर्जी हैं। इनमें मृत व्यक्तियों के नाम से कार्ड बनवाने, पात्रता नहीं होने, स्थान की गलत जानकारी दी गई है।
जानिए, अपात्र कार्डों के लिए कोडिंग
एक कार्ड में नाम होने के बाद दूसरे कार्ड में नाम जुड़वाने, मृत व्यक्ति का कार्ड अपने नाम से बनवाने, पात्रता नहीं होने के बाद भी आवेदन करने और गलत जगह लिखकर आवेदन किया गया है। वेबसाइट में अपात्र मिले आवेदनों को कोड 1, 2, 3, और 4 अलग-अलग श्रेणियों में कोडिंग कर अपलोड किया है। ताकि यह आसानी से समझ में आ जाए। अपात्र कोड -1 में एक अधिक राशन कार्ड में नाम शामिल उपभोक्ता है।, अपात्र कोड-2 में मृत उपभोक्ताओं के नाम कार्ड, अपात्र कोड- 3 में पात्रता और अधिकार गलत बनाने और अंतिम अपात्र कोड-4 में निवास स्थान संबंधी गलत जानकारी देना बताया गया है।
मृत व्यक्तियों के नाम से उठ रहा राशन
सत्यापन में इस बात की पुष्टि हो रही है कि मृत व्यक्तियों के नाम से भी हर महीने राशन उठ रहा था। कोड-2 में 79 कार्ड फर्जी निकले हैं। जबकि 22 कार्ड ऐसे मिले हैं जिनमें सदस्यों के नाम दो जगह शामिल थे। इसी तरह कोड-3 में 19 और कोड-4 में 44 कार्ड शामिल हैं।