462 रेग्युलर स्टाफ गया हड़ताल पर, अस्पतालों में बपेटरी हुई स्वास्थ्य व्यवस्था
रेग्युलर स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से जिले में पहले ही दिन अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा बेपटरी हो गई। तीन दिनों तक हड़ताल पर जाने की सूचना पूर्व में दिए जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी हड़ताल पर जाने के बाद व्यवस्था बनाते नजर आए जिसके चलते सोमवार को इलाज कराने पहुंचे अधिकांश मरीजों को भटकना पड़ा।
जांजगीर चंपा
Published: April 11, 2022 09:14:14 pm
जांजगीर-चांपा. जिला अस्पताल के भी ५७ कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिससे दवा वितरण केंद्र, पट्टी बंधन कक्ष, आई वार्ड में ताला लटक गया। जिला अस्पताल एनएचएम और संविदा कर्मचारियों के भरोसे रहा। जिसके चलते मरीजों को हलाकान होना पड़ा। हालांकि डॉक्टरों ने काली पट्टी लगाकर ओपीडी में काम किया जिससे मरीजों की जांच तो हो गई लेकिन दवा, ड्रेसिंग, एक्स-रे, आदि के लिए भटकना पड़ा। सिविल सर्जन डॉ. एके जगत ने बताया कि ५७ कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की सूचना दी है। जिसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था के तहत संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी उन जगहों पर लगाकर व्यवस्था बनाने में जुटे ही हुए हैं इसीलिए शुरुआत में थोड़ी-बहुत मरीजों को दिक्कतें हो रही है जो दुरस्त कर लेंगे। गौरतलब है कि छग प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में रेग्युलर स्वास्थ्य कर्मी सोमवार से तीन दिनों के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। संघ की मांग है कि केंद्र सरकार की तरह महंगाई भत्ता एरिसर्य, गृह भाड़ा भत्ता को सातवें वेतन मान के आधार पर पुनरीक्षण समते अन्य मांगों को लेकर यह हड़ताल की जा रही है।
देखिए इस तरह जिला अस्पताल में मरीजों को हुई परेशानी
-दवा लेने भटकते रहे मरीज
५ फार्मासिस्ट हड़ताल पर चले गए जिससे दवा वितरण केंद्र में ताला लटक गया। ऐसे में दवा पर्ची लेकर लोग दवाईयां लेने भटकते रहे। हालांकि जन औषधि केंद्र और रेड क्रॉस सोसयटी की दवा दुकान खुली रही जहां मरीजों को पैसे देकर दवा खरीदना पड़ा।
- पट्टी बांधने वाला कोई नहीं था
डे्रसर भी हड़ताल पर चले गए जिससे पट्टी बदलवाने वाले मरीजों को भी घंटों इंतजार करना पड़ा। अस्पताल में भर्ती मरीज जगतूराम थवाईत कोटमीसोनार के परिजन उसे लेकर दवा पट्टी बंधन कक्ष के सामने बैठे हुए थे। परिजन ने बताया कि सुबह से कभी इधर तो कभी उधर भेज रहे हैं मगर घाव में ड्रेसिंग नहीं हो रही। इसी तरह एक अन्य को लेकर परिजन वहां खड़े हुए थे। दोपहर १२ बजे के बाद संविदा कर्मचारी पहुंचे तब जाकर मरीजों की ड्रेसिंग हो पाई।
एक्स-रे कराने घंटों इंतजार
इसी तरह एक्स-रे कराने भी मरीज घंटों तक बैठे रहे। भड़ेसर से पहुंची रुखमणी सूर्यवंशी ने बताया कि सुबह १० बजे से यहां आए हैं। शरीर के एक साइट पैर से लेकर हाथ तक भयंकर दर्द है। डॉक्टर ने एक्स-रे लिखा है तब से यहां बैठे हैं। नर्स ने बताया है कि दोपहर १२ बजे के बाद डॉक्टर आएंगे तो एक्स-रे होगा इसीलिए बैठे हैं। इसी तरह जांजगीर के महेश कुमार राठौर भी एक्स-रे कराने के लिए इंतजार कर रहे थे। उनकी पसली में दर्द था। उन्होंने भी बताया कि १२ बजे के बाद एक्स-रे होना बता रहे हैं इसीलिए बैठे हैं।
वर्जन
जिले में ४०५ रेग्युलर स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की सूचना दी है। जिला अस्पताल में भी ५७ कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इस तरह ४६२ स्टाफ हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल की सूचना पूर्व से थी इसलिए सभी जगहों पर वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। आपातकालीन इलाज की व्यवस्था को दुरुस्त रखा गया है ताकि मरीजों को परेशानी न हो। संविदा कर्मचारियों की मदद ली जा रही है। डॉक्टर हड़ताल पर नहीं है।
डॉ. आरके सिंह, सीएमएचओ

- पट्टी बांधने वाला कोई नहीं था
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