राहुल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए खोदा गया ६५ फीट का गड्ढा कहीं बन न जाए मौत का कारण
देश के सबसे बड़े राहुल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए खोदा गया ६५ फीट का गड्ढा कहीं अन्य लोगों के लिए मौत का कारण न बन जाए। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गड्ढा को उसी हाल में छोड़कर वापस लौट आए है। इसके बाद पलटकर उस ओर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। अब ग्रामीणों ने इस गड्ढा को पाटने के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। ताकी समय रहते इस विशालकाय गड्ढे से ग्रामीणों को कोई दुर्घटना से बचा जा सके।
जांजगीर चंपा
Published: June 22, 2022 08:35:54 pm
देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन जिले के मालखरौदा ब्लॉक के गांव पिहरीद में १० जून से पांच दिन तक चला। वाक्या था एक ११ साल के बच्चा ८० फीट के बोरवेल में करीब ६२ फीट गहराई में जाकर फंस गया था। इसकी जानकारी प्रशासन को होते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। तत्काल एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सेना, माइनिंग के अफसरों को बुलाया गया। इसके बाद ऑपरेशन राहुल अभियान शुरू हुआ। शुरूआत में बोरवेल के करीब ही ६५ फीट का गड्ढा खोदा गया। इसके बाद काफी मशक्कत कर टनल बनाया गया। सख्त चट्टान को तोडऩे में ही सेना, एनडीआरएफ के जवानों को दो दिन का समय लग गया। हालांकि बोरवेल में फंसे राहुल को बचाने में यह चट्टान रोड़ा बन रहा था। कंपन भी हो रहा था, इसलिए बहुत सावधानी से चट्टान तोडऩा एनडीआरएफ के जवानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो गया था। लेकिन कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला के लगातार मानिटरिंग व सूझबूझ से आखिरकार पांच दिन बाद ऑपरेशन राहुल सक्सेस हो गया। १०५ घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर राहुल को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। यह देशभर में सुर्खियों में रहा। राहुल अब स्वास्थ्य लाभ अपोलो अस्पताल में ले रहा है। अब वह स्वस्थ हो चुका है, जल्द ही अस्पताल से छुट्टी होने वाला है। लेकिन वहां खोदे गए ६५ फीट के गड्ढे व टनल को वैसी स्थिति में छोड़कर वापस आ गए। उसकी सुध लेने वाला अब कोई नहीं है। इधर रेस्क्यू के लिए सभी को सम्मानित करने का दौर चल रहा है। लेकिन गड्ढे को पाटने का सुध कोई नहीं ले रहा है। इसका खामियाजा पिहरीद गांव के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। बारिश से अब गड्ढा ग्रामीणों के लिए खतरा बना हुआ है। ग्रामीण टनल अंदर जाकर झांकने का प्रयास कर रहे है। इसको पाटने के लिए सरपंच-सचिव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण एसडीएम व कलेक्टर से मिलकर गड्ढे को पाटने की मांग किया है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी बोर बंद करने दिया है आदेश
बोरवेल में कोई अन्य बच्चा न गिर जाए कहकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी जिले के कलेक्टर को स्पष्ट निर्देश दिया है कि सभी बोर को तत्काल बंद कराया जाए। इस पर अमल भी शुरू हो गया है। लेकिन जिस बोरवेल के कारण यह आदेश जारी हुआ है, उसी बोरवेल को पाटने के लिए जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहा है। प्रशासन को शायद कोई बड़ा हादसे का इंतजार तो नहीं है।
गड्ढा व टनल देखने अभी भी पहुंच रहे है लोग
खुले बोरवेल में १० जून को पिहरीद निवासी ११ वर्षीय राहुल साहू अचानक गिर गया। उसे बचाने के लिए चार रात व पांच दिन का रेक्स्यू ऑपरेशन चलाया गया है। इस दौरान उसे देखने के लिए प्रदेश भर से लोग हर रोज पहुंचते थे। ऑपरेशन खत्म होने के बाद भी अब भी उस टनल को देखने के लिए लोगों की भीड़ कम नहीं हो रही है। साथ ही गांव के लोग भी पहुंचते है। इससे हमेशा हादसे का डर लगा रहता है।
तीन से चार किसान नहीं कर पा रहे खेती
बोरवेल में फंसे राहुल को बचाने के लिए बगल में ६५ फीट का गड्ढा खोदा गया। साथ ही गड्ढा से निकला हुआ मलबा को आसपास ही डंप कर दिया गया है। इसमें गांव के तीन से चार किसान के खेत तक मलबा फैला हुआ है। अब खेती किसानी का समय भी आ चुका है, लेकिन मलबा व गड्ढा खोदाई के कारण ये किसान खेती भी नहीं कर पा रहे है। इसीलिए किसानों ने जल्द गड्ढा को पाटने प्रशासन से गुहार लगाई है।
वर्जन
सप्ताह भर गुजर जाने के बाद अब तक राहुल रेक्स्यू वाला गड्ढा को पाटा नहीं गया है। इससे हमेशा हादसे का डर लगा रहता है। साथ ही पानी भरने से मवेशी के लिए खतरा बना हुआ है। इसलिए इसे पाटने के लिए एसडीएम व कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है।
किरण डहरिया, सरपंच
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