पुलिस के लाख समझाइश के बाद भी अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के हाथों में बाइक सौंप रहे हैं। जबकि उन्हें पता है कि आए दिन भारी वाहनों की चपेट में आकर ऐसे वाहन चालकों की जान जा रही है। इसके बावजूद उनकी आदतों में सुधार नहीं हो रहा है। खासकर ट्रैफिक पुलिस हर शिक्षा सत्र में ऐसे वाहन चालकों को सबक सिखाने के लिए लगातार प्रयास करती है। सालाना लाखों रुपए के जुर्माना वसूले जाते हैं। इसके बाद भी नाबालिगों का बाइक का मोह नहीं छूट रहा है। इसके अलावा स्कूलों में भी ट्रैफिक पुलिस द्वारा यातायात के नियमों को लेकर क्लास की जाती है। इसके बाद भी नाबालिग स्कूल जाते वक्त या घूमने फिरने के लिए बाइक का इस्तेमाल करते हैं। जबकि उनके पास लाइसेंस नहीं होता। कुछ इसी तरह की कार्रवाई की योजना बनाते हुए ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार को लिंक रोड में नाबालिग वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाया, जिसमें तकरीबन एक दर्जन नाबालिग वाहन चालक पुलिस गिरफ्त में आ गए। इनसे पुलिस ने समन शुल्क के रूप में 200 रुपए वसूल की। इसके अलावा उन्हें यह समझाइश दी गई कि वे तब तक बाइक की सवारी न करें जब तक उनकी उम्र 18 साल नहीं हो जाती और ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन जाता। अब पकड़े जाने पर उनसे जुर्माना बतौर 2 हजार रुपए वसूल की जाएगी।