उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में बिना तीरपाल ढंके वाहनों से धड़ल्ले से
ईंटए रेत व बंजरी का परिवहन किया जा रहा था जिससे आए दिन वाहन चालक और राहगीर दुर्घटना का शिकार हो रहे थे। वहीं जिम्मेदार अफसर मूकदर्शक बने हुए थे। इसको लेकर पत्रिका ने अपने 23 मई के अंक में बिना तिरपाल ढंके वाहनों से धड़ल्ले से हो रहा ईंट, रेत व बंजरी का परिवहन शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खबर प्रकाशन के बाद पामगढ़ व्यवहार न्यायालय के न्यायाधीश सतीश कुमार खाखा ने संज्ञान लिया और खुद ही कार्रवाई करने सड़क पर उतर आए और ऐसे वाहन चालकों को रूकवाया। इधर अफसरों को जब इसकी जानकारी हुए तो विभाग में हड़कंप मच गया। अब तक मूकदर्शक बने अधिकारी दौड़ते-भागते वहां पहुंचे और वाहन चालकों पर कार्रवाई की। इस दौरान करीब 13 ऐसे हाइवा वाहन चालकों को पकड़ा जो बिना तीरपाल ढंके रेत, ईंट और बंजरी का परिवहन कर रहे थे।
नियम तोडऩे वाले इन गाडिय़ों पर हुई कार्रवाई
इस दौरान पुलिस ने गाड़ी संख्या सीजी 13 वीजे-8466, सीजी 10 एपी-9981, सीजी 10 एक्यू-9981, सीजी 10 सी-8767, सीजी 10 आर-2060, सीजी 28 एच-2108, सीजी 10 एए-8549, सीजी 10 डब्ल्यू. 9477, सीजी 10 एआर-9400, सीजी 22 सी-0454, सीजी 04.जेबी 3635, सीजी 11 एनए-2514 और सीजी 11 एबी-2687 के वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई।