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किसी ने तोड़ा तो कोई अब भी जमे हुए हैं पुरानी जगहों पर, ठाट से बेच रहे मटन-मुर्गा

locationजांजगीर चंपाPublished: Jun 18, 2019 01:57:59 pm

Submitted by:

Vasudev Yadav

तीन दिन पहले नगरपालिका ने जिला मुख्यालय के पुराने बस स्टैंड से भले ही मटन मुर्गा की दुकानें केरा रोड के मंडी में शिफ्ट करने की पहल की है, लेकिन अब भी कई दुकानें अपने पुराने ठिकाने में ही सजा रखी है। यहां अब भी दिन भर मटन-मुर्गे व मछली आपको उपलब्ध हो जाएगी। इस पर नगर पालिका (Municipality) की नजर नहीं पड़ रही है।

किसी ने तोड़ा तो कोई अब भी जमे हुए हैं पुरानी जगहों पर, ठाट से बेच रहे मटन-मुर्गा

किसी ने तोड़ा तो कोई अब भी जमे हुए हैं पुरानी जगहों पर, ठाट से बेच रहे मटन-मुर्गा

जांजगीर-चांपा. मंडी परिसर में जिन लोगों ने दुकान सजा रखीं हैं उनका धंधा मंदा चल रहा है। जिसके चलते उनमें रोष व्याप्त है। गौरतलब है कि शहर के बीच से नगरपालिका (Municipality) ने लोगों की मांग पर मटन मुर्गे की दुकान को हटवा दिया है। दो दिन पहले नगर पालिका ने ऐसी दुकानों में एक्सीवेटर चलाकर मंडी परिसर में शिफ्ट किया है।
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प्रशासन के सामने कुछ लोगों ने अपनी दुकानें तोड़ दिया वहीं कई लोग अब भी अपनी दुकान को तोडऩे के बजाए यहीं पर दुकाने सजा रखी है। ऐसे दुकानों में दिन भर भीड़ लगी होती है और उनका कारोबार भी अच्छे से चल रहा है। क्योंकि गिने चुके दुकानें होने से पूरे शहर के नानवेज प्रेमी दो किलोमीटर दूर मंडी जाने के बजाए पुरानी दुकानें से अपना नानवेज सब्जी खरीद रहे हैं। जिसके चलते मंडी की दुकानों में मंदी की मार है। जब लोगों को यहीं सारा सामान उपलब्ध हो जा रहा है तो लोग दो किलोमीटर दूर क्यों जाएंगे।
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प्रशासन की नहीं पड़ रही नजर
नगरपालिका व तहसीलदार ने दो दिन पहले लोगों की आंख में धूल झोकने के लिए मटन मुर्गा की दुकानों को तोडऩे की औपचारिकता पूरी कर दी, लेकिन यहां के मलबे को नहीं हटाया। अलबत्ता यहां गंदगी का आलम है। वहीं कई दुकानें अब भी सजी हुई है। मजेदार बात यह है कि शाम को यहां मछली की दुकानें अब भी सजी रहती है। जिससे गंदगी कम होने के बजाए और बढ़ गई है। क्योंकि शहर के लोगों की भीड़ चंद दुकानों में टूट पड़ती है।

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