आंगनबाड़ी केंद्र का टाइल्स भरभरा कर बच्चों के ऊपर गिरा, एक मासूम घायल
मंगलवार की सुबह नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत तेंदूभाठा के मिनी आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक ३ में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां भवन की दीवार पर लगी टाइल्स अचानक भरभरा कर गिर गई। इस दौरान वहां मौजूद कई बच्चे इसकी चपेट में आ गए। वहीं एक टाइल्स एक मासूम के सिर पर जाकर लगी जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई।
जांजगीर चंपा
Published: June 21, 2022 09:26:42 pm
जांजगीर-चांपा. वहीं आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता बाल-बाल बची। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल मच गया। इसके बाद मासूम को अस्पताल लेना जाना पड़ा। इस घटना की वजह घटिया मरम्मत कार्य को बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ साल पूर्व ही तेंदूभाठा के इस मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का मेंटनेंस कराया गया था। जिसके तहत भवन के अंदर दीवारों पर अंग्रेजी अल्फावेट लिखे वाले टाइल्स भी लगाए गए हैं।
काम ठेकेदार के माध्यम से महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा कराए जाने की बात सामने आ रही है। इधर जिस तरह से आंगनबाड़ी केंद्र में दीवार पर लगी टाइल्स चंद माह में ही भरभरा कर गिर गई है उससे स्पष्ट नजर आ रहा है कि ठेकेदार द्वारा मेंटनेंस काम में जमकर लापरवाही बरती गई है। जिसकी नतीजा आज हुआ हादसा है। वो तो शुक्र है कि बड़ा हादसा नहीं हुआ नहीं क्योंकि जिस समय यह घटना हुई उस समय केंद्र संचालित था और छोटे-छोटे बच्चे कमरे के भीतर ही मौजूद थे। ऐसे में गंभीर हादसा भी हो सकता था लेकिन फिर भी मासूम के सिर पर जिस तरह से चोटें आई है उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा।
इतनी बड़ी घटना पर आला अधिकारियों को जानकारी तक नहीं
इधर आंगनबाड़ी केंद्र में इतनी बड़ा हादसा हो गया लेकिन विडंबना है कि शाम के ६ बजे तक विभाग के मुखिया डीपीओ को इस बात की जानकारी तक नहीं थी कि एक केंद्र में ऐसी घटना भी हुई है। इससे साफ जाहिर है कि मातहत कर्मचारी किस तरह लापरवाही करते हैं। इस संबंध में जब डीपीओ से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने अनभिता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। परियोजना अधिकारी व संबंधित अमले से जानकारी लेकर ही कुछ बता पाएंगे। इतना ही नहीं डीपीओ यह भी नहीं बता पाए कि उक्त भवन का मेंटनेंस उनके विभाग के माध्यम से हुआ है या नहीं। उनके द्वारा कहा गया कि फाइल देखने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
मासूम बच्चे का सरपंच प्रतिनिधि ने कराया इलाज
इधर आंगनबाड़ी केंद्र में टाइल्स गिरने की सूचना मिलते ही तेंदूभांठा सरपंच प्रतिनिधि सोनू राठौर तत्काल वहां पहुंचे और घायल मासूम को तुरंत सरखों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां मौजूद स्टाफ ने बच्चे का प्राथमिक उपचार किया। इसके बाद स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। ऐसे में उनके पिता बच्चे को लेकर जिला अस्पताल भी पहुंचे और इलाज कराया।
अधिकांश जगह जर्जर और जुगाड़ के भवनों में चल रहे केंद्र
जिले में २२०० से ज्यादा आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है। इनमें से अधिकांश केंद्र कहीं जुगाड़ के भवनों में संचालित हो रहे हैं तो कहीं जर्जर हो चुके कमरों में लग रहे हैं जहां मासूमों की जान सांसत में हमेशा नजर आती है। इसकी जानकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को भी है मगर इसके बावजूद आंख मूंदकर बैठे हुए हैं। आज भी कई केंद्र जर्जर और किराए के ऐसे भवनों में संचालित हो रहे हैं जहां भी इस तरह की घटनाएं होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
वर्जन
इस संबंध में अब तक किसी ने मुझे जानकारी नहीं है। इसीलिए जानकारी लेने के बाद ही कुछ बोल पाउंगा। भवन का मेंटनेंस कब और किसने कराया है यह तो फाइल देखने के बाद ही पता चल पाएगा।
राजेन्द्र कश्यप, डीपीओ जांजगीर-चांपा
वर्जन
आंगनबाड़ी केंद्र में आज जो हादसा हुआ है यह गंभीर मामला है। आंगनबाड़ी केंद्रों में छोटे-छोटे बच्चे पढऩे आते हैं। जिस आंगनबाड़ी केंद्र में यह हादसा हुआ है वहां एक-डेढ़ साल पूर्व ही मेंटनेंस कराया गया था। दीवारों में टाइल्स लगाई गई थी जो भरभरा कर गिर गई। इससे यही लग रहा है कि मेंटनेंस काम में लापरवाही बरती गई है। कई बच्चों को चोटें लगी है। एक मासूम के सिर पर गंभीर चोट में लगी है जिसे अस्पताल ले जाना पड़ा। इस पूरे मामले की जांच विभाग को करनी चाहिए।
सोनू राठौर सरपंच प्रतिनिधि तेंदूभाठा

आंगनबाड़ी केंद्र का टाइल्स भरभरा कर बच्चों के ऊपर गिरा, एक मासूम घायल
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