मनीषा कार से उतर रहीं थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार पिकअप ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। गंभीर रूप से घायल मनीषा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात को तकरीबन 12 बजे उसकी मौत हो गई। डॉक्टर एक्का दिल्ली में ट्रेनिंग में गए हुए हैं। घटना की खबर सुनकर वे तत्काल वापस लौट रहे हैं। उनका पार्थिव देह अभी जिला अस्पताल में रखा गया है। मशीषा सक्ती ब्लाक में साक्षर भारत कार्यक्रम में बीपीओ थीं। उनके निधन पर जिले में शोक की लहर है।
Read more : राजधानी गए तो 900 रुपए टीए-डीए, पास के स्कूलों का दौरा किया तो भी इतने का ही बिल कोतवाली पुलिस के मुताबिक जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर अरविंदा एक्का की पत्नी सक्ती ब्लाक में बीपीओ पद पर पदस्थ थीं। वे जांजगीर में परिवार के साथ रहतीं थीं। रविवार को रात को वे अपने परिवार के साथ पार्टी में अकलतरा गई हुई थीं। रात को तकरीबन 10 बजे वे कार से लौट रही थी। कार का चालक सड़क पर दौड़ रही मवेशी को बचाने के फेर में आपा खो बैठा। कार को रोका तब उसमें धुआं निकल रही थी। मनीषा कार से नीचे उतरीं तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार पिकअप ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। मनीषा के सिर एवं पांव में गंभीर चोटें आई। उसे इलाज के लिए तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मनीषा की मौत हो गई। मनीषा के पति डॉ. अरविंद एक्का जो दिल्ली में प्रशिक्षण में गए थे उन्हें फोन पर सूचना दी गई।
डॉक्टर फ्लाइट से दिल्ली से लौट रहे हैं। तब तक उनके पार्थिव देह को जिला अस्पताल में रखा गया है। मनीषा की मौत के बाद जिले में शोक की लहर दौड़ गई है। खासकर सक्ती ब्लाक के शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का हुजूम जिला अस्पताल में लगा रहा। बताया जा रहा है कि मनीषा सक्ती शैक्षणिक जिले के महिला इकाई की जिलाध्यक्ष भी थीं।
चार साल के मासूम के सिर से छिना मां का साया
मनीषा एक्का का एक चार साल का बेटा भी है। इसके अलावा वह चार माह की गर्भ में भी थीं। उनकी मौत के बाद चार साल के मासूम के सिर से मां का साया छिन गया। साथ ही पेट में पल रहे शिशु भी काल के गर्भ में समा गया।