जिला अस्पताल में लगातार सुविधाओं व अत्याधुनिक मशीनों से लैस होते जा रहा है। एक के बाद एक नई-नई मशीनें जिला अस्पताल पहुंच रही है। इससे अब जिले के लोगों को लाभ मिलने लगेगा। अब गंभीर मरीजों को रेफर करना नहीं पड़ेगा। यह मॉनिटर हार्ट के मरीजों की सभी धमनियों की गति का रिकार्ड रखता है। इसकी मॉनिटरिंग से मरीज की स्थिति का सही जायजा लिया जा सकता है।
हर रोज 4 से 5 मरीज होते है रेफर
जिला अस्पताल में औसतन हर रोज हार्ट अटैक सहित इमरजेंसी केस के 3 से 4 मरीज आते है। लेकिन जिला अस्पताल में जीवनरक्षक मशीन नहीं होने से ऐसे मरीजों को तत्काल बिलासपुर रेफर कर दिया जाता है। जिससे मरीज तत्काल बिलासपुर जाते है। जिसमें से अधिक मरीज समय में इलाज उपलब्ध नहीं होने के कारण रास्ते में ही दम तोड़ देते है। अब उपचार जिला अस्पताल में हो सकेगा व बीमारी का भी पता चल सकेगा।
हार्ट बीट की सही जानकारी मिल सकेगी
कई बार ईसीजी आदि संबंधित मशीनों से मरीज के हार्ट बीट की सही जानकारी नहीं मिलती। जिस कारण मरीज के असली बीमारी का पता नहीं चलता। जिसके चलते इमरजेंसी वार्ड में कार्डिएक मॉनिटर उपलब्ध करवाया गया है। इससे मरीजों को लाभ होगा।
-कार्डियक मॉनिटर इमरजेंसी वार्ड में लगाया गया है। इसमें दिल के मरीजों को लाभ मिलेगा। ऐसे मरीजों को रेफर कर दिया जाता था। इसके पहले वेंटिलेटर भी आ चुका है। जिससे अब गंभीर मरीजों का इलाज जिला अस्पताल में हो सकेगा।
-डा.बीपी कुर्रे, सीएस, जिला अस्पताल