कागजों में ही तैयार होती है कार्ययोजना
सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाने को लेकर नगरपालिका और राजस्व विभाग की टीम केवल कार्ययोजना बनाने का दावा करती है मगर इस अमल नहीं होता। हर बार जरूर अफसर कार्रवाई करने निकलते हैं मगर नापजोख से आगे कार्रवाई नहीं बढ़ती। पिछले साल भी अफसरों ने कचहरी चौक से नेताजी चौक से नापजोख कर चूने की लकीर खींची थी। विडंबना यह है कि चूने की लकीर अधिकारियों के जाते ही मिट गई और कार्रवाई आज तक नहीं हुई।
जवान भी तैनात नहीं किए जाते
नगरपालिका ने करीब दो साल पहले दुकानदारों द्वारा किए गए अस्थायी अतिक्रमण को हटाने मुहिम चलाई थी। दुकानों के सामने लगाए गए टीन
शेड, बैनर पोस्टर आदि को हटवाया था मगर अब फिर से वहीं पुरानी परंपरा शुरू हो गई है। वहीं ट्रैफिक व्यवस्था के चलते जवान भी कभी कभार नजर आते हैं।