मुरली मनोहर शर्मा ने एनआईओएस के अध्यक्ष व क्षेत्रीय निदेशक को लिखे पत्र में बताया है कि महामाया स्कूल में गत 31 मई से 02 जून तक हुई डीएलएड की परीक्षा बैड़े पैमाने पर नकल कराई गई है। शर्मा ने इसका विरोध करते हुए स्कूल प्रबंधन से कई बार शिकायत लेकिन नकल होना नहीं रुकी।
इतना ही नहीं परीक्षा समाप्त होने के अगले ही दिन यानि 3 जून को महामाया विद्यालय के प्राचार्य राजेंद्र शुक्ला ने मुरली मनोहर को मोबाइल पर फोन कॉल किया और उनके बीच 9 मिनट 27 सेकंड तक बात हुई। प्रार्थी ने कलेक्टर को फोन पर हुई बातचीत के अंश की वाइस रिकार्डिंग भी दी है।
बातचीत में राजेंद्र शुक्ला यह बोल रहा है कि डीएलएड की परीक्षा उसकी ही निगरानी में सपन्न हुई है। इतना ही नहीं उसने यह भी कहा कि परीक्षा केंद्र महामाया विद्यालय के सभी 10 कमरों में नकल कराई गई है। सभी परीक्षार्थी एक दूसरे की कॉपी देखकर लिख रहे थे।
इतना ही नहीं नकल के लिए गाइड भी रखे हुए थे। राजेंद्र शुक्ला ने यह भी कहा कि उनकी पत्नी भी डीएलएड की परीक्षार्थी है और अगली परीक्षा में वह अपनी पत्नी को प्राचार्य कक्ष में बैठाकर नकल करवाएंगे। परीक्षार्थी ने कलेक्टर से मिलकर कहा कि वह इस मामले की जांच करवाएं और गलत पाए जाने पर राजेंद्र शुक्ला के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
फोन रिकार्डिंग को लेकर अफवाहों का दौर
इस मामले की जांच के साथ ही एक और नया मोड़ यह आ गया है कि जिस महामाया विद्यालय के प्राचार्य राजेंद्र शुक्ला पर मुरली मनोहर ने उसे फोन करके खुले आम नकल कराने की चेतावनी देने का आरोप लगाया है वह प्राचार्य अब खुद प्रार्थी पर ही आरोप मढ़ रहा है।
मुरली मनोहर शर्मा का कहना है कि राजेंद्र शुक्ला यह अफवाह उड़ा रहा है कि मुरली मनोहर शर्मा ने रायपुर जाकर उसकी आवाज में रिकार्डिंग की डविंग कराई है। इस बारे में शर्मा का कहना है कि जो आडियो उन्होंने दी है उसकी फोरेंसिक जांच करानी चाहिए। इसके साथ ही शर्मा के पास उस कॉल डिटेल का भी स्क्रीन शॉट है जब जिस नंबर से शुक्ला ने उसके मोबाइल में फोन किया। इसकी जांच करने पर भी सच्चाई सामने आ जाएगी।