जिला मुख्यालय के मुनुंद रोड में नौ करोड़ की लागत से सीपीडब्ल्यूडी द्वारा केंद्रीय विद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। दो साल पहले भवन निर्माण का कार्य शुरु हुआ है और बीते मार्च तक निर्माण कार्य पूर्ण होना था, लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
गुणवत्ता का अभाव
नौ करोड़ की लागत से बनने वाले केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण की गुणवत्ता को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। कई स्थानों में अभी से भवन में दरारें आ रही है। कई स्थानों से टाइल्स अभी से टूटने लगे हैं। जिसे लीपापोती कर अभी से थूक पालिस किया जा रहा है। भवन के इर्द गिर्द समतलीकरण में रेती की जगह डस्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है। बिजली के बोर्ड अभी से उखडऩे लगा है। जिसकी मरम्मत कर ठीक किया जा रहा है।
उधार के भवन में संचालित हो रहा स्कूल
केंद्रीय विद्यालय को खुले पांच साल हो चुके, लेकिन अब तक यह केंद्रीय विद्यालय पॉलिटेक्निक भवन में कर्ज के भवन में संचालित हो रहा है। उधार के भवन में सैकड़ो छात्रों के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं है। छात्रों की दर्ज संख्या के हिसाब से न तो यहां कमरे हैं और न ही अन्य सुविधाएं। इसके चलते छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यदि समय रहते केंद्रीय विद्यालय के छात्रों का खुद का भवन मिल जाए तो उन्हें तालीम के लिए दिक्कतों का सामना करना नहीं पड़ेगा।
-केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण का कार्य अक्टूबर तक पूर्ण करना है। भवन में कुछ काम शेष रह गया है। जिसे समय रहते पूरा कर लिया जाएगा। गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा रहा है। क्योंकि हर माह कलेक्टर दौरा कर निर्माण कार्य का जाएजा लेते हैं।
-रमेश जैन, कांट्रेक्टर