अकलतरा से कांग्रेस के उम्मीदवार चुन्नीलाल साहू ने यह सीट बसपा के हांथों से छीनी। २०१३ में उम्मीदवार घोषित होने के बाद उन्होंने २२६०० वोटों से जीत दर्ज की थी। उनके पिछले लगभग पांच सालों के कार्यकाल की बात करें तो वह काफी अच्छा है, लेकिन अकलतरा क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि वह मात्र बलौदा क्षेत्र पर ही ध्यान देते रहे, लेकिन साहू का कहना है कि बलौदा सहित अकलतरा के विकास कार्य के लिए हमेशा आगे रहे है और शासन तक इसके लिए मांग भी की है। हालांकि पार्टी के बड़े नेता पिछली बार बड़े अंतर से चुनाव जीतने व युवा चेहरा होने से इस बार भी इन्हीं को बेहतर विकल्प मान रहे हैं। सक्ती विधानसभा - डॉ. खिलावन साहूडॉ. खिलावन साहू निम्म मध्यम वर्ग परिवार से थे और उन्हें भाजपा ने पहली बार चुनाव में २०१३ के चुनाव में उतारा और इन्होंने जीत भी दिलाई। लेकिन जीत मिलने के बाद से डॉ. साहू क्षेत्र के विकास व लोगों तक कम ही पहुंच बना पाएं है। रही बात अन्य चेहरों की तो यहां से कई बड़े नाम और भी हैं जो कि टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।[typography_font:18pt;” >जैजैपुर विधानसभा – केशव चंद्राजैजैपुर विधानसभा की बात की जाए तो यहां से पहली बार बसपा को जीत दर्ज कराने वाले विधायक की पार्टी में काफी अच्छी छवि है। इसलिए बसपा से इनका टिकट तय है। रही बात क्षेत्र की उपलब्धियों की तो नशामुक्ति को लेकर बड़ा अभियान चलाया गया था, जिससे इनकी प्रदेश स्तर पर सराहना हुई थी।