बताया जाता है कि 8 अप्रैल ही सुबह वन परिक्षेत्र बलौदा के कटरा जंगल के सिंघरीपारा के पहाड़ी में शिकारी बिजली के करंट से जीआई तार लगाकर रात को ही छोड़ दिया था। करंट की चपेट में आने से चीतल की मौत हो गई थी। इसके बाद शिकारी चीतल को काटकर उसके मांस व खाल को बेचने की तैयारी कर रहा था। इसकी खबर वन विभाग को लगी। टीम सिंघरीपारा के जंगल पहुंचे, जहां आरोपी को उनके आने की भनक लगते ही फरार हो गए।
पिता को लगता था मां-बेटे के बीच है अवैध संबंध, विवाद हुआ तो पुत्र ने पिता की हत्या कर फंदे पर लटकाया घटना स्थल पर बरामद किए गए मोबाईल के आधार पर पतासाजी करने में विभाग को सफलता मिली। जिसमें हिरण का मांस खरीदने वाले बलौदा ब्लाक के ग्राम गतवा निवासी अनिल कुमार बिंझवार, यदुनंदन कश्यप, विजय कश्यप को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के बयान से घटना स्थल से कुछ दूरी पर ही चीतल का खाल भी बरामद किया गया। आरोपियों को वन्यप्राणी अधिनियम 1971 के तहत धारा 9, 39, 50, 51 में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। मुख्य आरोपी विष्णु यादव अभी भी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
-पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अभी जांच जारी है। किन-किन लोगों को मांस बेचा था। इसकी जानकारी ली जा रही है। जब्त किए मांस को वन परिक्षेत्र में ही जलाकर नष्ट किया गया। केएन जोगी, वनपरिक्षेत्र अधिकारी बलौदा