इस बारे में वार्डवासियों से कई बार नगर पालिका को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं किया जा सका है। लोग परेशान हैं उन्हें पानी के लिये काफी दूर जाना पड़ता है। इसमें समय और परिश्रम दोनों गंवाना पड़ता है। लोगों का कहना है कि उनके वार्ड में पानी की समुचित ब्यवस्था के लिये अलग से एक बोर की जरूरत है, पर न जाने क्यों विकास के नाम पर पैसे बहाने वाली पालिका को लोगों के जीवन से जुड़ी बुनियादी जरूरत पूरी नहीं की जा रही है।
Read more : जांजगीर-नैला पहुंचते ही एसईसीआर के जीएम को लोगों ने घेरा, जानें किस बात को लेकर बनाया दबाव वे बताते हैं कि कभी-कभी वार्ड नंबर 17 से उन्हें पानी आपूर्ति जरूर की जाती है। लोगों में बारहों महीने बनी रहने वाली पानी की इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं होने से वार्डवासियों में आक्रोश पनपने लगा है। अगर समय रहते कारगर कदम नहीं उठाये गए तो पालिका के प्रति लोगों का गुस्सा कभी भी फूट सकता है।
अबकी बार चुनाव में सिखाएंगे सबक
चुनाव के समय लुभयावने वायदे करने वाले नेताओं के प्रति भी लोगों में नाराजगी है। लोगों का कहना है कि वोट लेने कद बाद मुंह मोडऩे वाले नेताओं ने उनकी पानी की समस्या को हल्के से लिया तो इस बार उन्हें मजा चखाएंगे कि जनता से वायदा खिलाफी पर कितना नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि अबकी जैसे को तैसा की भाषा में उनसे बात की जाएगी।
निजी बोर ने छोड़ा साथ, नहीं उगल रहे पानी
इस वार्ड के लोगों के सामने बड़ी दिक्कत यह है कि पानी की कमी के चलते लोगों के घरों में लगे निजी बोर फेल हैं। उनमेअधिकांश ने पानी उगलना बन्द कर दिया है अर्थात वाटर लेबल बहुत नीचे चला गया है। वहीं आखिरी छोर पर होने के कारण नगर पालिका की पाइप लाइन से भी लोगों के घरों तक पानी नही पहुंचता। इसका बड़ा कारण पानी मे फ़ोर्स की कमी होना बताया जाता है।