क्लेम की राशि डबल देने से बचने के लिए उपाय
राज्य शासन की ओर से आर्थिक बोझ और क्लेम की राशि डबल देने से बचने के लिए पहली बार सहकारी बैंकों को भी पोर्टल से जोड़ दिया है, पहले किसान सहकारी बैंक के अलावा अन्य बैंकों से भी कर्ज ले लेते थे और कर्ज अदायगी में परेशान होते थे। हालांकि अब रकबे के हिसाब से एक बैंक से लोन मिलेगा ताकि किसान कर्ज के तले न दबे। इसी तरह क्लेम की स्थिति बनने पर एक ही बैंक से राहत दी जाएगी। शिकायत थी कि एक ही नाम से किसान डबल लोन लेकर परेशानी फंस रहे हैं।
ब्लैक लिस्टेड किसानों को भी मिलेगा कर्ज
कर्जमाफी के बाद जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की ओर से ब्लैक लिस्टेड किसानों को भी इस बार कृषि ऋण बांटा जाएगा। हालांकि इसके लिए किसानों को पहले अन्य बैंकों से नो ड्यूज लाकर देना होगा तभी सहकारी बैंकों से उन्हें कर्ज मिलेगा। बता दें, शासन ने उनका कर्ज तो माफ कर दिया है लेकिन अब तक उनके खाते में राशि नहीं आई है।
खरीफ सीजन के लिए खाद का उठाव इस बार दोगुना
किसानों की ओर से कर्ज लेने के साथ खरीफ सीजन की तैयारी शुरू कर दी गई है। वर्तमान में समितियों के माध्यम से खाद-बीज का वितरण किया जा रहा है। खेती का कार्य शुरू होने के दौरान खाद-बीज की कमी की परेशानी बढ़ जाती है। इस वजह से किसान अभी से स्टॉक कर रहे हैं।