दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस नेताओं ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी उसकी दुकान आबाद करने के लिए दबाव बना रहे हैं। लिहाजा उक्त झोलाछाप डॉक्टर लच्छी यादव की दुकान आज भी आबाद है। उसे फर्क सिर्फ इतना पड़ा कि बनडभरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से उसकी दुकान उठकर उसके निजी घर बसंतपुर में सज गई। वहीं लच्छी यादव यह कहते फिर रहा है कि उसे कांग्रेस नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता।
गौरतलब है कि बनडभरा के विश्वकर्मा समाज के सामुदायिक भवन में झोलाछाप डॉक्टर लच्छी यादव की दुकान सजी थी। पत्रिका ने इसकी लगातार खबर छापी तो बम्हनीडीह बीएमओ डॉ. एएस सिसोदिया मौके पर पहुंचकर उसकी दुकानदारी बंद करा दी और उसे सामुदायिक भवन से बेदखल कर दिया। इसके बाद उक्त झोलाछाप डॉक्टर लच्छी यादव ने अपने घर बसंतपुर में दुकान खोल ली। अब उसके खिलाफ कार्रवाई न हो कहकर अपने आप को जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा व गो सेवा आयोग के अध्यक्ष का आदमी समझने लगा। पत्रिका में जब उसकी लगातार खबर प्रकाशित हुई तो गो सेवा आयोग के अध्यक्ष के करीबी कांग्रेस नेता का फोन भी आया। नेता का कहना था कि झोलाछाप डॉक्टर लच्छी यादव को मत छेड़ो। यानी झोलाछाप अपने आप को बचाने के लिए कांग्रेस नेताओं की शरण में जा रहा है।