प्रशासन को इसकी भनक लगते ही एसडीएम मेनका प्रधान एवं तहसीलदार साहू शहर में पुलिस बल के साथ निकल पड़े। अफसर लाउडस्पीकर के साथ वाहनों में निकले और दुकानें बंद कराने के लिए व्यवसायियों से कहा। पुलिस प्रशासन की गाड़ी आते देख कई दुकानदार तो अपनी दुकान बंद कर दी, लेकिन कई दुकानदारों पर दबाव बनाना पड़ा। इसके बाद व्यवसायी अपनी दुकान बंद किए।
रोजी-रोटी के लिए बाहर गए मजदूर लौटे, प्रशासन ने कहा पहले जांच कराओ, फिर जाना घर रविवार को जनता कफ्र्यू का पूरे जिले में व्यापक असर दिखाई दिया। इसके बाद सोमवार को व्यवसायियों से रहा नहीं गया और वे सोमवार को अपनी दुकान खोल लिए। इस दौरान सुबह सात बजे से कई दुकानें खुल गई थी। राशन समेत कई दुकानें सुबह जमकर व्यवसाय किया। डेयरी, बेकरी, मेडिकल सहित कई दुकानों में जमकर भीड़ रही। वहीं सब्जी मार्केट में अच्छी खासी भीड़ देखी गई। लेकिन कपड़े की दुकानें स्टेशनरी, कम्प्यूटर, मोबाइल सहित अन्य दुकानें खाली नजर आई। ऐसे दुकानों में प्रशासन की नजर पड़ी तो उन्होंने ने भी अपनी दुकानें बंद कर दिया।
करोड़ों का कारोबार प्रभावित
मार्केट बंद होने से एक ओर व्यवसायियों के कारोबार में अच्छा खासा कारोबार प्रभावित हुआ वहीं आम लोगों पर भी इसका असर दिखाई दे रहा है। एक ओर मार्केट बंद होने से मजदूर वर्ग के लोगों को रोजी-रोटी के लिए भटकना पड़ा। वहीं दुकानों में कार्यरत मजदूरों की रोजी -रोटी भी प्रभावित हुई। ऐसे में मार्केट में करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ।