मुलमुला थाने में तैनात अंशकालीन स्वीपर सूरज टंडन पिटाई मामला आखिरकार मुलमुला थाना प्रभारी क ो महंगा पड़ गया। पिछले पंद्रह दिनों तक मामला गर्माया रहा। इस संबंध में पत्रिका में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई, जो जनचर्चा का विषय बना रहा। यहां तक कि मामला राज्य स्तर तक जा पहुंचा। पुलिस मुख्यालय से भी मामले को लेकर संज्ञान लिया गया और प्रशासनिक दबाव के चलते एसपी अजय यादव को मुलमुला थाना प्रभारी रश्मितकौर चावला को हटाना पड़ा।
यह था मामला– गौरतलब है कि मुलमुला थाना प्रभारी रश्मित कौर चावला पर आरक्षक श्रीकांत सेंगर के द्वारा थाने में अंशकालीन स्वीपर के रूप में काम कर रहे सूरज टंडन के द्वारा बस स्टैंड में वसूली कराने का आरोप लगा था। मुलमुला थाने में पदस्थ आरक्षक श्रीकांत सेंगर ने 20 अक्टूबर को सूरज टंडन को वसूली की राशि नहीं देने पर जमकर पिटाई कर दी थी। पिटाई के चलते सूरज टंडन ने चूहा मार जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश किया था।
विभिन्न संगठनों ने खोला था मोर्चा– दलित युवक सूरज टंडन की थाने में पिटाई को लेकर जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने थाना प्रभारी रश्मित कौर चावला को हटाने के लिए मोर्चा खोल दिया था। एक ओर पामगढ़ में बहुजन समाज पार्टी ने थाना प्रभारी को हटाने मोर्चा खोला था। वहीं श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में जिले के पत्रकारों ने उसे हटाने के लिए एएसपी पंकज चंद्रा को ज्ञापन सौंपा था। एसपी पर लगातार दबाव बनने के बाद उन्हें हटाना पड़ा।